अंकल जाम छुड़वा दीजिए, मम्मी घर में इंतजार कर रहीं

अकंल अकंल जाम छुडवा दिजिए घर जाना है।सुबह से ही स्कूल के लिए निकले हैं बहुत देर हो गई मम्मी घबरा रही होंगी।प्लीज अकंल पुलिस अकंल से बोल कर जाम समाप्त करवाइएं। चौराहे पर लगे भीषण जाम में घंटों से फंसी स्कूली बस में बैठें नन्हे मुन्ने मासूम बच्चे पैदल गुजर रहे राहगीरों से यही गुहार लगा रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 02:25 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 02:25 AM (IST)
अंकल जाम छुड़वा दीजिए, मम्मी घर में इंतजार कर रहीं
अंकल जाम छुड़वा दीजिए, मम्मी घर में इंतजार कर रहीं

जासं, पड़ाव (चंदौली) : अकंल अकंल जाम छुड़वा दीजिए घर जाना है। सुबह से ही स्कूल के लिए निकले हैं बहुत देर हो गई मम्मी घबरा रही होंगी। प्लीज अकंल पुलिस से बोल कर जाम समाप्त करवाइए। चौराहे पर लगे भीषण जाम में घंटों फंसी स्कूली बस में बैठे नन्हें मुन्ने मासूम बच्चे गुरुवार को पैदल गुजर रहे राहगीरों से यही गुहार लगा रहे थे।

जी हां, जनपद का प्रवेश द्वार कहे जाने वाला पड़ाव गुरुवार को जाम के झाम में फंस गया। आए दिन लगने वाले जाम से निजात के लिए न तो प्रशासन ने कोई प्लान तैयार किया है और न ही पुलिस द्वारा कोई उपाय सुझाया गया है। सब राम भरोसे चल रहा है। जाम के प्रति प्रशासन की उदासीनता व पुलिस की निष्क्रियता सैकड़ों राहगीरों के लिए आए दिन मुसीबत खड़ी कर रही हैं। सुबह से देर शाम तक लगा जाम लोगों को चिड़चिड़ा बना दे रहा है। बात बात पर लोग झल्ला जा रहे थे। तो स्कूल बस में बैठे नन्हें मुन्ने बच्चों के मासूम चेहरे बस एक ही सवाल कर रहे थे कि कोई तो इस जाम को खत्म कराए। क्यों जाम लगा है। अंकल कब जाम खत्म होगा, सुबह से निकले हैं मम्मी के पास घर जाना है। चौकी प्रभारी जलीलपुर संजय सिंह आधा दर्जन सिपाही संग जाम छुड़ाने पहुंचे। डांडी तथा रेलवे पुलिया पार ट्रकों को रोक दिया गया। जब चौराहे का जाम समाप्त हुआ तो बारी बारी से गाड़ियों को आगे रवाना किया गया। तब कहीं जाकर पांच घंटे की मशक्कत के बाद जाम से लोगो ने राहत की सांस ली। पुलिस की निष्क्रियता जाम का कारण

जाम पड़ाव की प्रमुख समस्या हो गई है। समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं ढूंढ़ा गया तो आने वाले समय में स्थिति और विकराल रूप धारण कर लेगी। गुरुवार को लगे जाम में फंसे लोग पुलिस को ही कोसते रहे तो कुछ ने ट्रैफिक सिग्नल न होने की बात कही। किसी ने राहगीरों के ट्रैफिक सेंस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। बोले कि अगर लोग खुद ही चाह लें तो जाम ही नहीं लगेगा। लेकिन पहले पहले हम के चक्कर में लोग जाम में फंस जाते हैं। घंटों से जाम में फंसे चंदौली निवासी जय सिंह ने कहा अक्सर बनारस आना जाना होता है। हर बार चौराहे पर आकर जाम में फंस जाते हैं। पीडीडीयू नगर निवासी गोविद पटेल दवा लेने वाराणसी दवा मंडी जा रहे थे। एक घंटे से जाम में फंसे रहे। बोले कोई इमरजेंसी दवा लाना हो तो मरीज की जान ही निकल जाए। वाराणसी निवासी आशीष पीडीडीयू नगर कुछ काम से जा रहे थे। पड़ाव पर लगे जाम में फंस गए बोले कि अक्सर यहां जाम लग जाता हैं।

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