संक्रमण बेलगाम, 17 तक बढ़ी बंदी की मियाद
जागरण संवाददाता चंदौली तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना संक्रमण बेलगाम है। ऐसे में सरका
जागरण संवाददाता, चंदौली : तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना संक्रमण बेलगाम है। ऐसे में सरकार ने लाकडाउन की मियाद को बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया है। इस दौरान पूर्व की भांति सुबह के वक्त दुकानें खुलेंगी। ऐसे में लोग दैनिक उपयोग के जरूरी सामानों की खरीदारी कर सकते हैं। हालांकि निर्धारित अवधि के बाद दुकान खोलने वाले दुकानदारों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई कर सकता है। वहीं बेवजह घर से बाहर घूमने वाले भी बख्शे नहीं जाएंगे। लाकडाउन के दौरान नगरीय व ग्रामीण इलाकों में सफाई व सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाएगा। सफाईकर्मियों व फायरब्रिगेड की टीम दवा का छिड़काव करेगी। वहीं लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाएगा। दूसरी लहर अभी कहर मचा रही है। इसी बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की भी घोषणा कर दी है। साथ ही इसे अधिक खतरनाक होने की बात भी कही है। ऐसे में शासन अलर्ट हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाकडाउन की मियाद को बढ़ाकर अब 17 मई तक कर दिया है। शासन ने सबसे पहले हफ्ते में एक दिन रविवार की बंदी लागू की थी। इसका कोई खास असर नहीं दिखा तो शनिवार व रविवार को दो दिनों के लिए लाकडाउन लागू किया गया। तीसरे चरण में शुक्रवार की शाम आठ से मंगलवार की सुबह सात बजे तक लाकडाउन की घोषणा की गई। इसके बाद लाकडाउन को बढ़ाकर गुरुवार तक फिर नौ मई तक किया गया था। हालांकि इससे जिले में कोरोना मरीजों की संख्या तो कुछ घटी लेकिन मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। आए दिन लगभग आधा दर्जन लोगों की कोरोना से मौत हो रही है। कभी-कभी यह आंकड़ा बढ़कर दो दर्जन तक पहुंच जा रहा है। कोरोना से होने वाली मौतें चिता का विषय बनी हैं। ऐसे में सरकार के पास लाकडउान को बढ़ाने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं है। शासन की नई गाडइलाइन के अनुसार अब 17 मई की सुबह सात बजे के बाद कोरोना कर्फ्यू समाप्त होगा। पंचायत चुनाव से खाली हुई पुलिस इस बार लाकडाउन का पालन कराने के लिए गंभीर दिख रही है। ऐसे में बेवजह घूमने वालों पर कार्रवाई तो होगी ही, चोरी-छिपे दुकानें खोलकर महंगे दाम पर सामान बेचने वाले दुकानदारों पर भी सख्ती होगी। इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि जब तक लोग अपनी सुरक्षा को लेकर सजग नहीं होंगे, तब तक शासन व प्रशासन की कवायदें कारगर साबित नहीं हो सकतीं।