यातायात विभाग को नहीं मिल रहा पुलिस का सहयोग
कह सकते हैं कि नगर में पुलिस की हनक अब काम नहीं कर रही है। यहां अपराध के साथ ही जाम भी अनियंत्रित हो चुका है। नगर की कौन कहे कोतवाली के आसपास ही ठेला खोमचा वाले अतिक्रमण किए हुए हैं। चंद कदम की दूरी पर मालवाहक गाड़ियां खड़ी की जा रही हैं। जाम का सबसे अधिक खामियाजा स्कूली बच्चों एंबुलेंस से आने वाले मरीजों और रेल यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : कह सकते हैं कि नगर में पुलिस की हनक अब काम नहीं कर रही है। यहां अपराध के साथ ही जाम भी अनियंत्रित हो चुका है। नगर की कौन कहे कोतवाली के आसपास ही ठेला खोमचा वाले अतिक्रमण किए हैं। चंद कदम की दूरी पर मालवाहक गाड़ियां खड़ी की जा रही हैं। जाम का सबसे अधिक खामियाजा स्कूली बच्चों, एंबुलेंस से आने वाले मरीजों और रेल यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। पुलिस की गतिविधियां महज शराब पकड़ने तक ही सीमित होकर रह गई हैं। आमजन की समस्याओं से पुलिस का कोई लेना-देना नहीं रह गया है।
नगर में लगने वाला जाम अब लोगों के लिए नासूर बनने लगा है। दिन में कई-कई बार जाम लगता है जिसमें फंसे लोग घंटों पसीना बहाते रहते हैं। यह हाल लगभग रोज का है लेकिन इसके बाद भी जाम से निजात दिलाने का कोई स्थाई हल प्रशासन नहीं खोज पा रहा है। अगर नगर में सुबह दस बजे जाम लगा तो रात तक वाहन रेंगते ही नजर आएंगे। जाम की इस विकट समस्या को लेकर लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वर्षों से चली आ रही इस समस्या का समाधान निकालने में अधिकारियों ने आज तक कोई रुचि ही नहीं दिखाई। हालांकि महीनों पूर्व अस्थाई वाहन स्टैंड बनवाया गया लेकिन चालक वहां अपने वाहन ही नहीं खड़ा करते हैं।
--------------
स्थानीय पुलिस का नहीं मिल रहा सहयोग
नगर में लगे जाम को हटवाने के लिए यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। चकिया तिराहे, सपा कार्यालय के पास पुलिस कर्मी मुस्तैद रहते हैं। नगर में जाम लगने पर यातायात पुलिस जाम हटवाने में लग जाती है लेकिन स्थानीय पुलिस का सहयोग नहीं मिलता है। जबकि वीआईपी गेट के पास कोतवाली के पुलिस कर्मी मुस्तैद रहते हैं, जो अधिकारियों के आने पर डंडा पटककर अपने कार्य की इतिश्री कर लेते हैं।
-------------
अतिक्रमण की जद में पीडब्ल्यूडी कार्यालय
नगर में अतिक्रमण की बात की जाए तो सरकारी भवन भी अतिक्रमण की जद में है। कोतवाली से महज कुछ दूरी पर ही ठेला खोमचा वाले कब्जा किए हैं। वहीं दूसरी पटरी पर स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय तो पूरी तरह अतिक्रमणकारियों के कब्जे में हैं। कार्यालय के मुख्य गेट तक सब्जी वाले अपनी दुकानें लगा लेते हैं।