मुआवजे को बुलंद की आवाज, धरना
रेल फ्रेट कारीडोर व गैस पाइप लाइन परियोजना से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा में रविवार को सदर ब्लाक परिसर में धरना दिया। वक्ताओं ने कहा सरकार किसानों से किए वादे से मुकर रही है। उन्हें जमीन से विस्थापन की स्थिति में पुनर्वास, आवास की सुविधा मिलनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, चंदौली : रेल फ्रेट कारीडोर व गैस पाइप लाइन परियोजना से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा में रविवार को सदर ब्लाक परिसर में धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार किसानों से किए वादे से मुकर रही है। उन्हें जमीन से विस्थापन की स्थिति में पुनर्वास, आवास की सुविधा मिलनी चाहिए।
रमऊपुर में कारीडोर कार्य में गरीबों को उजाड़ दिया। बुल्डोजर चलाकर घर में रखे खाद्यान्न, रजाई गद्दा तक नष्ट कर दिए। गरीब खुले आसमान के नीचे हैं। उनके रहने तक की व्यवस्था नहीं की गई। जिला प्रशासन को कम से कम उनके रहने, भोजन की व्यवस्था करनी चाहिए। वैसे भी जिला प्रशासन को चाहिए पहले जमीन का मुआवजा दे, जिन गरीबों को रहने को एक इंच जमीन नहीं उनके लिए आवास बनाए जाएं। केंद्र और प्रदेश सरकार में किसानों, गरीबों पर विकास के नाम पर जुल्म ढहाए जा रहे हैं। इसमें प्रशासन की भी मानवीय संवेदना खत्म हो चुकी हैं। विस्थापित किसानों को न्याय नहीं मिला तो 30 नवंबर को वे दिल्ली जाएंगे। रैली के माध्यम से भारत सरकार को नींद से जगाने का कार्य करेंगे। इस मौके पर किस्मत यादव, शशिकांत ¨सह, संजय यादव, विजई यादव, उमाशंकर, मेहंदी हसन, अच्छेलाल सोनकर, राजू सोनकर, सिटहू राम, मिट्ठू राम, दुक्खू राम, रामबली, राजेश विश्वकर्मा आदि मौजूद थे। अध्यक्षता संजय व संचालन शशिकांत कुशवाहा ने किया।