नहीं रुक रहा प्लास्टिक थैलियों का इस्तेमाल

न्यायालय की रोक व जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद प्लास्टिक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 04:27 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 04:27 PM (IST)
नहीं रुक रहा प्लास्टिक थैलियों का इस्तेमाल
नहीं रुक रहा प्लास्टिक थैलियों का इस्तेमाल

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : न्यायालय की रोक व जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद प्लास्टिक का उपयोग नहीं रुक रहा है। पर्यावरण व स्वास्थ्य के लिए खतरनाक प्लास्टिक पर लगातार जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी लोग बाग प्लास्टिक नहीं छोड़ रहे हैं।

नगर हो या ग्रामीण क्षेत्र प्रतिबंध का असर नहीं है। बाजारों में प्लास्टिक का इस्तेमाल बेरोकटोक जारी है। दुकानदार से लगायत आम उपभोक्ता प्लास्टिक के इस्तेमाल में इस तरह रम गया है कि मानों यह उनकी दिनचर्या में शामिल हो चुका है।

न्यायालय ने लगाया है प्रतिबंध

21 जनवरी 2015 को प्लास्टिक की सभी प्रकार की थैलियों पर न्यायलय ने प्रतिबंध लगा दिया। प्रशासन ने नगर-नगर, गांव-गांव लोगों से इनके प्रयोग नहीं करने की हिदायत दी। पह यह चेतावनी बेअसर साबित हो रही है। पूरे 6 वर्ष का समय बीत चुका है लेकिन अब भी सब्जी, फल, दवा, मिठाई व अन्य दुकानों पर खतरनाक प्लास्टिक की थैलियां सामानों को ले जाने के लिए धड्डल्ले से प्रयोग में ली जा रही है।

प्लास्टिक मुक्त गांव

का हुआ था चयन

जिला प्रशासन ने चकिया विकास क्षेत्र के हेतिमपुर, शिकारगंज गांव का चयन तीन वर्ष पूर्व किया था। प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए इन दो गांवों में हजारों रुपये खर्च कर जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। बावजूद इसके दुकानदारों सहित आमजन पर कोई असर नहीं देखा जा रहा है। दुकानदारों को भी अब प्रशासन की कोई सख्ती का कोई खौफ नहीं दिखाई पड़ रहा है। पर्यावरण पर पड़ रहा असर

प्लास्टिक की निष्प्रयोज्य थैलियां मिट्टी की उर्वरा शक्ति को घटा रही है। इससे पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। थैलियों में फेके जाने वाले खाद्य सामग्री को खाकर बेजबान भी असमय कालकवलित हो रहे हैं। यह सब कुछ जानने के बाद भी न जिला प्रशासन गंभीर है न ही आम जन प्लास्टिक को तिलांजली दे रहे। वर्जन-

प्लास्टिक थैलियों की रोक के लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। क्रेता, विक्रेताओं दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रेम प्रकाश मीणा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट

chat bot
आपका साथी