जबलपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं जिले के पांचों युवा
सेना भर्ती के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर जबलपुर छावनी पहुंचे जिले के पांच युवा फिलहाल वहां की सेंट्रल जेल में बंद हैं।
जागरण संवाददाता, चंदौली : सेना भर्ती के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर जबलपुर छावनी पहुंचे जिले के पांच युवा फिलहाल वहां की सेंट्रल जेल में बंद हैं। स्वजन उनसे भेंट करने जाते हैं। सेना ने पांचों युवाओं के खिलाफ जबलपुर के गोरखपुर थाने में जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया था। वहां की पुलिस जल्द ही छानबीन के लिए जिले में आ सकती है। हालांकि युवाओं को फंसाने वाला जालसाज मक्खू अभी लापता है।
धानापुर के रायपुर निवासी विकास यादव, नवपुरा के गोविद यादव, खुरहन के अजीत यादव, सोनाहवली के पंकज कुमार, प्रसहटा के अमित यादव सितंबर माह में जबलपुर सेना छावनी पहुंचे थे। उनसे पास फर्जी नियुक्ति पत्र था। इस पर सेना ने पांचों के खिलाफ गोरखपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने पांचों युवाओं को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया था। कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया था। पूछताछ के बाद सभी अब जबलपुर के सेंट्रल जेल में बंद हैं। युवाओं के परिवार के लोग उनसे मुलाकात करने के लिए जाते रहते हैं। सोनाहवली निवासी पंकज के पिता विनोद पिछले दिनों जबलपुर गए थे। मंगलवार को ही वापस लौटे। उन्होंने बताया कि सभी युवा सेंट्रल जेल में बंद हैं। मामला न्यायालय में विचाराधीन है। पुलिस ने अभी तक चार्जशीट नहीं लगाई है। इस सिलसिले में छानबीन करने के लिए जबलपुर की पुलिस जल्द ही जिले में आ सकती है। मक्खू के बारे में पता लगाएगी। वहीं युवाओं के रिकार्ड भी खंगालेगी। चार्जशीट लगने के बाद ही युवाओं को जमानत मिलने की उम्मीद है।