शादी में शामिल होने 10 दिन पूर्व गांव आया था परिवार

सतीश गुप्ता पंजाब के बरनाला में रहकर निजी क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 09:35 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 09:35 PM (IST)
शादी में शामिल होने 10 दिन पूर्व गांव आया था परिवार
शादी में शामिल होने 10 दिन पूर्व गांव आया था परिवार

जागरण संवाददाता, चहनियां/टांडाकला (चंदौली) : सतीश गुप्ता पंजाब के बरनाला में रहकर निजी कंपनी में काम करते हैं। उनके बड़े भाई बबलू गुप्ता के बेटे रोहित की दस मई को शादी तय है। शादी समारोह में शामिल होने के लिए परिवार को 10 दिन पूर्व गांव भेज दिया था। हादसे के बाद लोग होनी को कोस रहे हैं। एक साथ दो पुत्रों की मौत से माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। मां गीता देवी रोते-रोते अचेत हो जा रही थीं।

सतीश के तीन पुत्र थे। 14 वर्षीय आर्यन सबसे बड़ा था। अमन (10) दूसरे स्थान पर और सबसे छोटा अर्पित आठ साल का है। सतीश पत्नी और बच्चों के साथ बरनाला पंजाब में रहते हैं। भतीजे की शादी मई में होने वाली है। उन्होंने सोचा था शादी के बाद वह परिवार को ले आएगा लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। गांव में रामनवमी की कलश स्थापना के लिए गंगा नदी से मिट्टी लाने की परंपरा है। गांव की महिलाएं गंगा की भी पूजा करती हैं। इसी उद्देश्य से सोनी शाम करीब साढ़े पांच बजे गंगा नदी जाने के लिए घर से निकली तो दोनों भतीजे भी साथ चल दिए। उन्होंने मना किया कि शाम के वक्त जाना ठीक नहीं, लेकिन नहीं मानें। चाची पूजा-अर्चना और मिट्टी निकालने में जुटी तो बालक गंगा में कूदकर नहाने लगे। इसी दौरान गहरे पानी में समा गए। परिजनों को इस बात का मलाल है कि यदि डांटकर दोनों को घर पर ही रोक दिया होता तो ऐसी घटना नहीं होती। हृदय विदारक घटना से पूरा गांव मर्माहत हैं। शोकसंतप्त परिजनों को ढांढ़स बंधाने के लिए उनके घर ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा। सराय गांव के पास गंगा की गहराई अधिक

ग्रामीणों के अनुसार सराय गांव के पास गंगा नदी की गहराई काफी अधिक है। इसके चलते अक्सर लोग नहाते वक्त पानी में डूब जाते हैं। गोताखोरों को भी पता लगाने में काफी समय लगता है। ऐसे में राहत व बचाव कार्य नाकाफी साबित होते हैं।

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