पं. दीनदयाल के विचारों को आगे बढ़ाने से ही देश का विकास
जागरण संवाददाता पड़ाव (चंदौली) पंडित दीनदयाल उपाध्याय का उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर खड
जागरण संवाददाता, पड़ाव (चंदौली) : पंडित दीनदयाल उपाध्याय का उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के विकास का था। एकात्म मानववाद के विचार से निकले अंत्योदय योजना के तहत आज समाज के सभी तबके को लाभ मिल रहा है। जब समाज का हर व्यक्ति सबल होगा तभी देश विश्व गुरु बनेगा और विश्व में भारत का परचम लहरेगा। उक्त बातें पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती पर स्मृति संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कही।
कहा कि पंडित दीनदयाल समाजसेवी, राजपुरुष, कुशल संगठक और सादगी की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, गगन, स्वयंसेवक आदि पुस्तकें लिखी। विशिष्ट अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बताए मार्ग पर चलकर ही देश का विकास संभव है। उनके विचारों को आगे बढ़ाते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार समाज के सभी व्यक्ति के विकास के लिए तमाम योजनाएं संचालित कर रही है। इससे पूर्व कार्यकर्ताओं ने अशोक के 104 पौधों का रोपण किया। जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, वाराणसी जिलाध्यक्ष हंसलाल विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया। मंत्री नीलकंठ तिवारी, रवींद्र जायसवाल, प्रदेश सह प्रभारी अशोक चौरसिया, विधायक सुशील सिंह, साधना सिंह, सुरेंद्र सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, विद्यासागर राय, जगदीश त्रिपाठी, विवेक सिंह आदि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।