तकनीक बनी हथियार, अपराध पर प्रहार

कम्युनिटी पुलि¨सग और तकनीक के बेहतर समन्वय से जीआरपी अपराधियों पर भारी पड़ रही है। डीडीयू जंक्शन पर घटित अपराधों के तुलनात्मक आंकड़े भी रेल पुलिस के दावों को पुष्ट कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 10:03 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 10:03 PM (IST)
तकनीक बनी हथियार, अपराध पर प्रहार
तकनीक बनी हथियार, अपराध पर प्रहार

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर, (चंदौली) : कम्युनिटी पुलि¨सग और तकनीक के बेहतर समन्वय से जीआरपी अपराधियों पर भारी पड़ रही। डीडीयू जंक्शन पर घटित अपराधों के तुलनात्मक आंकड़े भी रेल पुलिस के दावों को पुष्ट कर रहे। दो वर्षों की तुलना में अपराध का ग्राफ गिरा है। कभी ट्रेनों और स्टेशन पर अपराध पर रेल सुरक्षा तंत्र की नाक में दम करने वाले ज्यादातर अपराधी सलाखों के पीछे हैं। दरअसल अब जंक्शन की निगरानी जीआरपी के साथ उच्च क्षमता वाले 60 सीसीटीवी कैमरे भी कर रहे हैं।

जंक्शन पर आपराधिक घटनाओं में कमी आने से रेल यात्रियों के साथ आरपीएफ और जीआरपी ने राहत की सांस ली है। लूट, चोरी और छिनैती की रफ्तार पर ब्रेक लगने का बड़ा कारण स्टेशन के कोने-कोने पर लगाए गए उच्च क्षमता के सीसी टीवी कैमरे हैं। हालांकि कम्युनिटी पुलि¨सग ने भी इम काम में काफी मदद की है। विगत तीन वर्षों में 400 से अधिक भूले-भटके बच्चों को सकुशल उनके घर पहुंचाया जा चुका है। छोटे-मोटे अपराधों में लिप्त अपराधियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया गया है। अपराध में आई गिरावट

जीआरपी आंकड़ों मुताबिक वर्ष 2016 में लूट की पांच, जहरखुरानी पांच, महिला संबंधी अपराध तीन और चोरी के 578 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि 2017 में लूट आठ, जहरखुरानी सात, महिला संबंधी अपराध के चार और चोरी की 590 घटनाएं हुईं। वर्ष 2018 की बात करें तो लूट की एक, जहरखुरानी तीन, महिलाओं से जुड़े अपराध दो और चोरी की 486 वारदातें हुईं। 2016 में 578 के सापेक्ष 140 मामलों का खुलासा किया तो 2017 में 590 के सापेक्ष 170 घटनाओं का खुलासा किया गया। जबकि 2018 में 486 मामलों में 190 का खुलासा किया गया। .....वर्जन.....

2017 में जंक्शन पर उच्च क्षमता के 60 सीसी टीवी कैमरे लगाए जाने व सक्रियता से अपराध में भारी कमी आई है। अपराधियों को पकड़ने में काफी मदद मिल रही है। कम्युनिटी पु¨लग के तहत की जा रही गतिविधियों से भी मदद मिल रही है।

आरके ¨सह, कोतवाल जीआरपी डीडीयू जंक्शन।

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