स्कूलों के खातों की केवाइसी अपडेट कराएगी अफसरों की टीम

चंदौली अधिकारियों की टीम स्कूलों के बैंक खातों की केवाइसी अपडेट कराएगी। इससे बच्चों के छात्रवृत्ति का रास्ता साफ होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:20 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:20 PM (IST)
स्कूलों के खातों की केवाइसी अपडेट कराएगी अफसरों की टीम
स्कूलों के खातों की केवाइसी अपडेट कराएगी अफसरों की टीम

जागरण संवाददाता, चंदौली : अधिकारियों की टीम स्कूलों के बैंक खातों की केवाइसी अपडेट कराएगी। इससे बच्चों के छात्रवृत्ति का रास्ता साफ होगा। जिले के लगभग 700 स्कूलों ने अभी तक केवाइसी अपडेट नहीं कराया है। इससे छात्रवृत्ति भुगतान अधर में है। इसको देखते हुए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने बीआरसी स्तर पर अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम गठित की है, जो स्कूलों से डाटा इकट्ठा कर रही है।

भारत सरकार के पोर्टल पर जिले के 1496 स्कूलों का डाटा अपलोड किया गया है। इन विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिलती है। इस बार सरकार ने सभी विद्यालयों के बैंक खातों का केवाइसी अपडेट कराने के निर्देश दिए हैं। जिन स्कूलों की केवाइसी अपडेट नहीं होगी, उनका डाटा पोर्टल पर नहीं दिखेगा। ऐसे में छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए आनलाइन आवेदन नहीं कर पाएंगे। इसको लेकर विभाग ने पहले ही पत्र भेजकर विद्यालय प्रबंधन को निर्देशित किया था, लेकिन लगभग 700 स्कूलों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इन विद्यालयों के बैंक खातों की केवाइसी अभी तक अपडेट नहीं हो सकी। ऐसे में विभाग ने अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम गठित कर दी है। बीआरसी स्तर पर टीमों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। टीम स्कूलों का डाटा इकट्ठा कर रही है। इसे दफ्तर में लाकर आनलाइन अपलोड किया जा रहा है। साथ ही बैंक संबंधी काम भी पूरे कराए जा रहे हैं, ताकि बच्चों के आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो सके और उनके खाते में छात्रवृत्ति पहुंच सके।

आधार से जुड़े मोबाइल नंबर की जरूरत

केवाइसी कराने के लिए आधार से जुड़े मोबाइल नंबर की जरूरत पड़ रही है। स्कूल प्रबंधन ने जो मोबाइल नंबर पहले दिए थे, वे आधार से नहीं जुड़े थे। इससे मुश्किल हो रही है। विभाग कमियों को दूर कराने में जुटा है, ताकि भविष्य में किसी तरह की दिक्कत न होने पाए। ' जिले के 700 स्कूलों ने केवाइसी अपडेट नहीं कराया है। स्कूलों का डाटा इकट्ठा करने के लिए टीम गठित की गई है। टीम में शामिल कर्मी स्कूलों से डाटा इकट्ठा कर दफ्तर में फीडिग करा रहे हैं। जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद बच्चे छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर पाएंगे।

सुधांशु शेखर शर्मा, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

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