वाराणसी पुलिस के बैरियर में फंस गई सीएनजी की आपूर्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट सीएनजी की आपूर्ति पर उन्हीं के संसदीय क्षेत्र की पुलिस ने बैरियर लगा दिया है। सीएनजी की आपूर्ति नहीं होने से 24 घंटे की बजाय 12 घंटे ही गाड़ियों में गैस भरी जा रही है। हैरत की बात यह है कि ट्रैफिक नियमों का हवाला देते हुए वाराणसी पुलिस ने 30 किलोमीटर के सफर को 80 किलोमीटर का बना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 10:17 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 10:17 PM (IST)
वाराणसी पुलिस के बैरियर में फंस गई सीएनजी की आपूर्ति
वाराणसी पुलिस के बैरियर में फंस गई सीएनजी की आपूर्ति

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट सीएनजी की आपूर्ति पर उन्हीं के संसदीय क्षेत्र की पुलिस ने बैरियर लगा दिया है। सीएनजी की आपूर्ति नहीं होने से 24 घंटे की बजाय 12 घंटे ही गाड़ियों में गैस भरी जा रही है। हैरत की बात यह है कि ट्रैफिक नियमों का हवाला देते हुए वाराणसी पुलिस ने 30 किलोमीटर के सफर को 80 किलोमीटर का बना दिया। पुलिस ने रात 11 से सुबह छह बजे तक ही कैश किट वाहन चलने की अनुमति दी है। जबकि गेल गैस लिमिटेड ने 24 घंटे वाहन परिवहन को कहा है हालांकि पुलिस ने 12 घंटे ही इनके संचालन की छूट दी है। वाराणसी के हरहुआ में गेल इंडिया का सिटी गैस स्टेशन है। यहां से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति होती है। वहीं से गेल गैस लिमिटेड भी प्राकृतिक गैस ले रही। पाइप लाइन बिछा दी जाएगी तो सीधे स्टेशनों पर गैस पहुंचेगी। कंपनी ने पड़ाव चौराहे पर सीएनजी स्टेशन बनाया लेकिन यहां पर गैस को स्टोर करने की व्यवस्था नहीं है। इसी वजह से कैश किट वाहन से आपूर्ति होती है। अब स्टेशन पर आने के लिए लिए गेल गैस लिमिटेड ने पुलिस लाइन चौराहा, चौकाघाट फ्लाई ओवर, लहरतारा, मोहनसराय, टेंगरा मोड़ का रास्ता चुना था लेकिन वाराणसी पुलिस ने इस पर रोक लगा दी और रात 11 से सुबह छह बजे तक ही इस मार्ग से वाहन चलाने की अनुमति दी। सुबह छह से रात दस बजे तक कैश किट वाहन हरहुआ रिगरोड से सैदपुर, चहनियां, सकलडीहा, अलीनगर, गोधना हाईवे, टेंगरा मोड़ होते पड़ाव पहुंच रहा है। ऐसे में 30 किलोमीटर का सफर 80 किलोमीटर का हो गया है। व्यवस्था से सीएनजी आपूर्ति में अवरोध बनने लगी है।

कंपनी के पास है तीन वाहन, 12 घंटे में टंकी हो जाती खाली

गेल गैस लिमिटेड के पास वर्तमान समय में तीन कैश किट वाहन हैं। एक गाड़ी में गैस भरने में आधा घंटे का समय लगता है जबकि स्टेशन पर एक गाड़ी को खाली होने में तीन से चार घंटे का समय लग जाता है। महज सात घंटे ही वाहन को चलने की अनुमति मिल रही है। अगर रात में तीनों वाहन भरकर स्टेशन पर आ जाते हैं तो 12 घंटे में गैस की आपूर्ति हो जाएगी। अब अन्य समय में विवशतावश लंबा चक्कर काटकर गैस लाई जाती है।

और बनाए जाने हैं छह सीएनजी स्टेशन

पड़ाव के बाद गेल गैस लिमिटेड टेंगरा मोड़, चुनार, चकिया में एक-एक जबकि मीरजापुर में तीन सीएनजी स्टेशन बनाएगी। हालांकि कुछ जगहों पर काम भी शुरू कर दिया गया है। अब सवाल यह उठने लगा है कि जब एक स्टेशन पर गैस आपूर्ति में पुलिस प्रशासन बाधा बनने लगी है तो अन्य स्टेशनों पर क्या होगा। अभी तक तो तीन कैश किट वाहन चल रहे हैं। छह स्टेशन बनने के बाद वाहन संख्या भी बढ़ेगी। नियम यह भी है कि डीजल, पेट्रोल जैसे आवश्यक सामग्री के वाहनों को चलने की अनुमति 24 घंटे होती है। वर्जन..

वाराणसी पुलिस रात 11 से सुबह छह बजे तक ही वाहनों का चलाने की अनुमति दे रही है। इतने कम समय गैस आपूर्ति दिक्कत हो रही है। पुलिस से 24 घंटे वाहनों का चलाने की परमिशन मांगी गई है।

कर्ण सिंह, महाप्रबंधक, गेल गैस लिमिटेड

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