उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को छोड़ना होगा घर का मोह

यूपी और सीबीएसई बोर्ड से इस बार 12वीं पास करने वाले छात्र-छात्राओं को ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए घर का मोह त्यागना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 04:00 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 04:00 PM (IST)
उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को छोड़ना होगा घर का मोह
उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को छोड़ना होगा घर का मोह

जागरण संवाददाता, चंदौली : यूपी और सीबीएसई बोर्ड से इस बार 12वीं पास करने वाले छात्र-छात्राओं को ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए घर का मोह त्यागना होगा। उन्हें उच्च शिक्षा के लिए बड़े शहरों का रुख करना पड़ सकता है। दरअसल, स्थानीय महाविद्यालयों में स्नातक में सीटें नहीं बढ़ाई गई हैं, जबकि सीबीएसई और यूपी बोर्ड में इस बार 80 फीसद से अधिक छात्र पास हो गए। कई महाविद्यालयों में एक-दो दिनों में प्रवेश शुरू होगा, लेकिन सीट क्षमता काफी कम है। ऐसे में छात्रों के लिए कम विकल्प है। जिन छात्रों को स्थानीय कालेजों में प्रवेश नहीं मिलेगा, उन्हें बाहर का रुख करना पड़ेगा।

जिले में उच्च शिक्षा का हाल बदहाल है। गिने-चुने उच्च शिक्षण संस्थान हैं। यहां अधिकतर कला संकाय की पढ़ाई होती है। मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को वाणिज्य व विज्ञान की मान्यता नहीं मिली है। कमोवेश यही स्थिति चकिया स्थित सावित्री बाई फूले राजकीय महाविद्यालय की भी है। पीडीडीयू नगर स्थित लालबहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कामर्स की पढ़ाई होती है। यहां अभी प्रवेश शुरू नहीं हुआ है। प्राचार्य डाक्टर दीनबंधु तिवारी बताते हैं कि नई शिक्षा नीति के तहत वाणिज्य के पाठ्यक्रम में कुछ बदलाव होने वाला है। इसको लेकर जल्द ही बैठक होगी। इसमें प्रवेश पर भी चर्चा होगी। पंडित कमलापति त्रिपाठी राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डाक्टर पंकज झा ने बताया कि 20 सितम्बर से प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। महाविद्यालय में स्नातक की 200 सीटें हैं। इसी तरह अन्य कालेजों में भी स्नातक के लिए सीटें हैं। कहीं 200 तो कहीं 150 सीटें हैं, जबकि यूपी व सीबीएसई बोर्ड से लगभग 30 हजार छात्र-छात्राएं 12वीं पास हुए हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए घर से दूर जाना होगा।

बीएचयू व विद्यापीठ बने सहारा

जिले के छात्र-छात्राओं के लिए वाराणसी स्थित काशी हिदू विश्वविद्यालय व महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का सहारा है। यहां दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी। प्रवेश परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को विभिन्न विषयों की पढ़ाई का मौका मिलेगा।

chat bot
आपका साथी