रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मृदा की सेहत हो रही खराब

चकिया (चंदौली) संकर बीज (हाइब्रिड) की खेती में जैविक पूर्वक का प्रयोग लाभप्रद है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 07:08 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 07:08 PM (IST)
रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मृदा की सेहत हो रही खराब
रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मृदा की सेहत हो रही खराब

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : संकर बीज (हाइब्रिड) की खेती में जैविक पूर्वक का प्रयोग लाभप्रद है। रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मृदा की सेहत खराब हो रही है। साथ ही पर्यावरण का संतुलन बिगड़ गया है। उक्त बातें कृभको के क्षेत्रीय प्रबंधक आदर्श सिंह ने कहीं। वे हिनौती गांव में कृभको की ओर से आयोजित संकर बीज प्रोन्नत अभियान के तहत किसान गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।

कहा कि किसानों का रुझान हाइब्रिड की खेती की ओर तेजी से बढ़ा है। किसान अधिक उत्पादन के प्रयास में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं, जो भविष्य के लिए हानिकारक है। भूमि में मौजूद जीवाणु की क्रिया प्रभावित हो रही है। इससे भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही है। अनाज और सब्जियों में जहरीले कीटनाशकों की मात्रा आने से कैंसर, हार्ट अटैक और एलर्जी जैसी भयंकर बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। कृभको के एनपी सिंह ने कहा कि भूमि और मानव के स्वास्थ्य तथा पर्यावरण को बचाने के लिए जैविक खेती को अपनाना होगा। कृषि विभाग के अमरनाथ सिंह ने कहा कि कृषि एवं कल्याण विभाग हाइब्रिड की खेती करने वाले किसानों को जैविक खेती का प्रयोग करने के प्रति मदद कर रहा है। कृषि विशेषज्ञ कपिल देव सिंह ने कहा कि किसानों को सूक्ष्म जीवों की संख्या बढ़ाने के लिए जैविक उर्वरक और जीवा मृत आदि का प्रयोग करना चाहिए। ग्राम प्रधान अनिल सिंह, जगदीश पटेल, दुर्गा सिंह आदि किसान मौजूद थे। अध्यक्षता सुदामा सिंह व संचालन कृभको प्रभारी रमेश चंद्र शुक्ला ने किया।

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