पुलिस की नरमी बन रही घातक, कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शासन ने 10 मई तक बंदी लागू किय
जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शासन ने 10 मई तक बंदी लागू किया है। हालांकि जिले में इसका कड़ाई से पालन नहीं हो पा रहा। पुलिस बंदी का पालन कराने के लिए सड़कों पर उतर रही है लेकिन मामले को रफा-दफा करने की प्रवृत्ति की वजह से दुकानदार बेखौफ हैं। पुलिस को देखकर ग्राहकों को अंदर कर शटर गिरा देते हैं। जैसे ही पुलिस की गाड़ी आगे बढ़ी दुकान दोबारा खुल जाती है। इससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। यदि सख्ती से कोरोना कर्फ्यू का पालन नहीं कराया गया तो तीसरी लहर भारी पड़ेगी।
जनपद में कोरोना के रोजाना सैकड़ों मरीज मिल रहे हैं। वहीं मौतें भी हो रही हैं। ऐसे में शासन के निर्देश पर उच्चाधिकारियों ने लाकडाउन का कड़ाई से पालन कराने की हिदायत दी है। डीएम व एसपी समेत आला अधिकारी सड़क पर उतर कर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। हालांकि उच्चाधिकारियों के वापस होते ही सड़कों पर व दुकानों के सामने भीड़ बढ़ जा रही। लोगों को दैनिक उपयोग की वस्तुएं खरीदने के लिए दुकानदारों को सुबह 11 बजे तक दुकानें खोलने का निर्देश दिया गया है, लगभग 80 फीसद दुकानदार इसका पालन भी कर रहे हैं लेकिन कई दुकानदारों की दुकानें चोरी-छिपे खुल रही हैं। दुकानदार पुलिस की लोकेशन के लिए हमेशा एक आदमी को दुकान के बाहर खड़ा करा देते हैं। पुलिस की गाड़ी दिखते ही सभी ग्राहकों को दुकान के अंदर बुलाकर शटर गिरा दिया जाता है। वहीं पुलिस के निकलने के बाद दुकान दोबारा खुल जाती है। पीडीडीयू नगर में शुक्रवार को कई दुकानें खुली थीं। दुकानदार, आमजन की लापरवाही व पुलिस की नरमी की वजह से संक्रमण का खतरा बना हुआ है। प्रशासन को ऐसे दुकानदारों व ग्राहकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी। यदि ढिलाई जारी रही तो कोरोना की तीसरी लहर में हालात बेकाबू हो सकते हैं। दूसरी लहर के दौरान भी पंचायत चुनाव व शादी-विवाह और सार्वजनिक आयोजनों की वजह से लोग बेपरवाह थे। हालांकि जिले में जब एक के बाद एक धड़ाधड़ मौतों का सिलसिला शुरू हुआ तो सशंकित हो गए। प्रशासन के साथ ही लोगों को भी खुद जागरूक होना पड़ेगा, तभी खुद को कोरोना के कहर से सुरक्षित रख पाएंगे।