धान खरीद की धीमी रफ्तार, केंद्रों पर संसाधन न होने से अन्नदाता बेजार

जागरण टीम चंदौली कृषि प्रधान जिले में धान खरीद की रफ्तार धीमी है। केंद्रों पर बोरा वे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 10:35 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 10:35 PM (IST)
धान खरीद की धीमी रफ्तार, केंद्रों पर संसाधन न होने से अन्नदाता बेजार
धान खरीद की धीमी रफ्तार, केंद्रों पर संसाधन न होने से अन्नदाता बेजार

जागरण टीम, चंदौली : कृषि प्रधान जिले में धान खरीद की रफ्तार धीमी है। केंद्रों पर बोरा, वेट मशीन व डस्टर (सफाई) मशीन का अभाव है। बिजली कटने के बाद धान खरीद की प्रक्रिया ठप हो जा रही है। दैनिक जागरण की टीम ने क्रय केंद्रों की पड़ताल की तो तमाम तरह की कमियां सामने आईं। ऐसे में किसानों को केंद्र पर धान पहुंचाने के बाद तीन दिन तक इंतजार करना पड़ रहा। वहीं काफी दिक्कतें उठानी पड़ रहीं। धान की आवक बढ़ी क्रय केंद्रों पर व्यवस्था बेपटरी होगी ही एजेंसियां भी खानापूर्ति करने से बाज नहीं आएंगी।

जिले में धान खरीद के लिए 1.95 लाख टन लक्ष्य रखा गया है। वहीं 105 क्रय केंद्र खोले गए हैं। 15 अक्टूबर से ही क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं। लेकिन खरीद में तेजी नहीं आ रही है। अभी तक धान खरीद को पंजीकरण कराने वाले करीब 19 हजार किसानों में मात्र 434 से 2691 टन खरीद हुई है। नवंबर के अंतिम सप्ताह से ही क्रय केंद्रों पर अनाज पहुंचना शुरू हो गया है। लेकिन केंद्रों पर बोरा, वेट मशीन, डस्टर मशीन आदि का टोटा है। बिजली कटने के बाद अनाज की सफाई करने वाली डस्टर मशीन ठप हो जाती है। इससे धान खरीद की प्रक्रिया भी रुक जा रही है। ऐसे में किसानों को अपनी उपज रखकर इंतजार करना पड़ रहा। किसानों का आरोप है कि बोरी समेत 40 किलो पांच सौ ग्राम धान की तौल होनी चाहिए लेकिन एजेंसियां 42 किलो धान ले रही हैं। चकिया प्रतिनिधि के अनुसार : स्थानीय व नौगढ़ तहसील में धान क्रय केंद्रों की स्थिति बेहद खराब है। स्थिति यह है कि खाद्य विभाग के विपणन शाखा के अलावा पंजीकृत मल्टी स्टेट एजेंसी के नाम पर खोले गए क्रय केंद्र मिलर संचालित कर रहे हैं। क्षेत्र के रघुनाथपुर, गरला, वनभीषमपुर, भटवारे, पचवनियां, भूर्तियां, देवखत आदि गांवों में क्रय केंद्र कागजों पर ही चल रहे हैं। मिलरों से धान की खरीद कराकर आंकड़ें दुरूस्त किए जा रहे हैं। नियामताबाद के बौरी केंद्र पर बोरा ही नहीं पहुंचा है, पांडेयपुर का केंद्र अभी तक खुला ही नहीं है। ऐसे में किसानों को केंद्रों का चक्कर लगाना पड़ रहा हे।

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बोले, किसान : 150 क्विटल धान बेचने के लिए एक दिन पहले नवीन मंडी स्थित क्रय केंद्र पर लाया था। लेकिन अभी तक नंबर नहीं आया। अनाज रखकर इंतजार करना पड़ रहा है। केंद्र प्रभारी ने नियामनुसार धान खरीद करने का आश्वासन दिया है।

रमेश चंद्र सिंह, बिसौरी। क्रय केंद्रों पर संसाधनों की कमी है। इसके चलते अनाज क्रय केंद्र पर पहुंचाने के बाद नंबर का इंतजार करना पड़ रहा है। 50 क्विटल धान की बिक्री करने के लिए मंडी स्थित क्रय केंद्र पर दो दिन से इंतजार कर रहा हूं।

कालीचरण, पड़यां 75 क्विटल धान बुधवार को नवीन मंडी स्थित क्रय केंद्र पर लाया था। लेकिन अभी तक खरीद नहीं हुई है। संसाधनों की कमी की वजह से दिक्कत हो रही है। केंद्रों पर संसाधन बढ़ाए जाएं, तभी खरीद की प्रक्रिया सुचारू होगी।

शुभम सिंह, गोरारी

अफसरों ने क्रय केंद्रों का लिया जायजा

अधिकारियों ने गुरुवार को धान क्रय केंद्रों का जायजा लिया। अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार व सदर एसडीएम विजयनारायण सिंह ने वरिष्ठ खाद्य व विपणन निरीक्षक मिथिलेश पांडेय के साथ क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। किसानों से वार्ता कर समस्याओं के बारे में जानकारी ली। सैयदराजा क्षेत्र के घोसवां, अमड़ा, अदसड़, तलाशपुर, डिग्घी, पौनी आदि गांवों में बनाए गए धान क्रय केंद्रों का जायजा लिया। केंद्र प्रभारियों को मानक के अनुरूप धान खरीद करने के निर्देश दिए। बोले, किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। धानापुर प्रतिनिधि के अनुसार : क्षेत्रीय विपणन अधिकारी स्वेता पांडेय ने कस्बा स्थित क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। केंद्र प्रभारी को मानक के अनुरूप खरीद के निर्देश दिए। चहनियां प्रतिनिधि के अनुसार : विपणन निरीक्षक सुशील कुमार ने क्षेत्र के विभिन्न क्रय केंद्रों का जायजा लिया। इस दौरान केंद्र प्रभारियों को धान खरीद की प्रक्रिया सुचारू रखने की हिदायत दी। बोले, खरीद की रफ्तार कम रही तो संबंधित केंद्र प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई तय है।

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