लक्ष्मनगढ़ पहुंचा फौजी रामलच्छन का शव, कोहराम

फौजी रामलच्छन यादव को का शव सोमवार को उनके घर पहुंचा। शव को देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। सीओ त्रिपुरारी पांडे ने फौजी को पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। फौजी का शव 16 नवंबर को बुडाला रेलवे स्टेशन की पटरी पर पड़ा मिला था। वह 15 नवंबर को अवकाश पर अपने घर लौट रहे थे। हालांकि, फौजी की मौत की असली वजह पता नहीं चल सकी है। क्राइम सीन के लिहाज से सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका समेत कई लोग दु:ख की घड़ी में फौजी परिवार को ढाढ़स बंधाने पहुंचे थे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 07:57 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 11:47 PM (IST)
लक्ष्मनगढ़ पहुंचा फौजी रामलच्छन का शव, कोहराम
लक्ष्मनगढ़ पहुंचा फौजी रामलच्छन का शव, कोहराम

जासं, चंदौली : फौजी रामलच्छन यादव का शव सोमवार को उनके घर पहुंचा। शव को देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। सीओ त्रिपुरारी पांडे ने फौजी को पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। फौजी का शव 16 नवंबर को बुडाला रेलवे स्टेशन की पटरी पर पड़ा मिला था। वे 15 नवंबर को अवकाश पर अपने घर लौट रहे थे। हालांकि, फौजी की मौत की असली वजह पता नहीं चल सकी है। क्राइम सीन के लिहाज से सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका समेत कई लोग दुख की घड़ी में फौजी परिवार को ढाढ़स बंधाने पहुंचे थे।

बलुआ थाना क्षेत्र के लक्ष्मणगढ़ गांव निवासी रतन यादव के पुत्र रामलच्छन (45) फौजी थे। वह पंजाब प्रांत के भ¨टडा में तैनात थे। वह बटालियन से घर जाने को अवकाश लेकर निकले तो रेल पटरी पर खून से सने मिले। परिजनों को उसी दिन घटना की जानकारी हो गई। दरअसल, जीआरपी ने फौजी के जेब से बरामद परिचयपत्र के जरिए असलियत जान सैन्य अधिकारियों को खबर दी थी। सेना के सूबेदार, चार जवान सोमवार को शव लेकर गांव पहुंचे तो परिजनों की चीख-पुकार से गांव गमगीन हो उठा। शव को पहुंचने में दो दिन लगने से परिजनों की सिसकियां ही सुनाई पड़ रहीं थीं। शव पहुंचने पर ऐसा कोहराम मचा किया हर किसी की आंखें नम हो गईं। ढ़ाढ़स बंधाने पहुंचे लोग गमगीन माहौल में खुद को संभाल नहीं पा रहे थे। पत्नी ¨चता देवी, मां इंद्रावती, पिता रामरतन, पुत्र सचिन व संदीप का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शव यात्रा में सेना के 134 वीं बटालियन

के नायब सूबेदार ओमप्रकाश, हवलदार अभिमन्यु, नायक एसके मौर्य व गोरखा ट्रे¨नग सेन्टर रेजीमेन्ट वाराणसी के कर्नल अशोक थापा सकलडीहा क्षेत्राधिकारी त्रिपुरारी पाण्डेय, बलुआ थानाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार ¨सह, सपा महिला सभा जिलाध्यक्ष सुषमा यादव, पूर्व प्रमुख बाबूलाल यादव, चकरू यादव, जिला पंचायत सदस्य अनिल कुमार यादव समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए। छोटे बेटे संदीप यादव ने मुखाग्नि दी। बड़ा बेटा भी फौज में

चंदौली : दिवंगत फौजी का बड़ा बेटा सचिन यादव भी सेना में पहुंचने की करीब है। उसकी हैदराबाद में ट्रे¨नग चल रही है। पिता की मौत की खबर पर गांव पहुंचा था। छोटा बेटा ग्यारहवीं की पढ़ाई कर रहा है। फौजी की पत्नी उनके दोनों बेटों का दर्द देख लोगों की आंखें बरबस नम हो जा रहीं थीं।

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