रेलवे का उपहार, युवाओं को मिलेगा रोजगार

पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल अपने नाम एक और उपलब्ि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:14 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:14 PM (IST)
रेलवे का उपहार, युवाओं को मिलेगा रोजगार
रेलवे का उपहार, युवाओं को मिलेगा रोजगार

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल अपने नाम एक और उपलब्धि इतिहास के पन्ने में दर्ज कराने में जुट गया है। आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाते हुए रेल कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। हाईस्कूल की मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन होगा। चरणबद्ध तरीके से 18-18 दिनों तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय निगरानी करेंगे। पहले व दूसरे चरण के लिए 16-16 युवाओं का चयन कर लिया गया है। पीडीडीयू इलेक्ट्रिक ट्रैक्सन ट्रेनिग सेंटर में एक अक्टूबर से कक्षाएं चलेंगी। युवाओं को स्वरोजगार, उद्यम व स्टार्टअप से जोड़ा जाएगा ताकि प्रशिक्षित होकर युवा रोजगार पा सकें।

रेलवे युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। बीते 17 सितंबर को रेल, संचार, इलेक्ट्रानिक, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय रेल में 75 प्रशिक्षण केंद्रों का शुभारंभ किया था। रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत तीन साल में पूरे देश में 50 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया। शुरुआत में एक हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण चार चरणों में होगा। इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, मशीनिस्ट और फिटर और इसमें 100 घंटे का प्रारंभिक बुनियादी प्रशिक्षण शामिल होगा। 10वीं पास और 18-35 साल के बीच के लोग आवेदन करने के पात्र होंगे। हालांकि इस प्रशिक्षण के आधार पर योजना में भाग लेने वालों का रेलवे में रोजगार पाने का कोई दावा नहीं होगा। बरेका की तरह मिलेंगी सुविधाएं

बनारस रेल इंजन कारखाना की महाप्रबंधक अंजली गोयल पूरे व्यवस्था की निगरानी करेंगी। वैसे जीएम के कंधे पर पूरे भारतीय रेल में चलने वाले 75 प्रशिक्षण केंद्रों की जिम्मेदारी है। जीएम ने सभी केंद्रों पर एक समान सुविधाएं देने का दावा किया है। प्रशिक्षुओं को एक मानकीकृत मूल्यांकन से गुजरना होगा और उनके कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान द्वारा आवंटित व्यापार में प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। उन्हें उनके व्यापार के लिए टूल किट भी प्रदान किए जाएंगे। इसीआर में तीन जगह बनाए गए केंद्र

भारतीय रेल में 75 प्रशिक्षण केंद्रों में से तीन केंद्र पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन में बनाया गया है। समस्तीपुर के सुपरवाइजर ट्रेनिग सेंटर, बेसिक ट्रेनिग सेंटर/हरनौत, इलेक्ट्रिक ट्रैक्सन ट्रेनिग सेंटर गया कालोनी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन को भी शामिल किया गया है। रेलवे का लक्ष्य है कि युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार करने के काबिल बनाया जाए। सीनियर डीइइ टीआरएस देंगे प्रशिक्षण पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन इलेक्ट्रिक ट्रैक्सन ट्रेनिग सेंटर में चयनित अभ्यर्थियों को सीनियर डीइइ टीआरएस व सेंटर के प्रिसिपल प्रशिक्षण देंगे। सेंटर में अभी दो चरण के लिए 16-16 युवाओं का चयन करना है। वैसे 20-20 युवाओं की टोली का एक साथ प्रशिक्षण दिया जाएगा। 18 दिनों तक प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र मिलेगा।

युवाओं में कौशल विकास के लिए यह अग्रणी कदम है। लोगों का कौशल विकास ही नहीं होगा बल्कि उत्पादन में भी वृद्धि होगी। रेल मंत्रालय का यह सराहनीय कदम है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

राजेश कुमार पांडेय, डीआरएम, पीडीडीयू मंडल

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