रेल कर्मियों ने गेट मीटिग कर सरकार पर निकाली भड़ास

रेल कर्मियों ने गेट मीटिग कर सरकार पर निकाली भड़ास

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 07:04 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 11:18 PM (IST)
रेल कर्मियों ने गेट मीटिग कर सरकार पर निकाली भड़ास
रेल कर्मियों ने गेट मीटिग कर सरकार पर निकाली भड़ास

जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : महंगाई भत्ता रोके जाने के तुगलकी फरमान, श्रम नियमों को मनमानी ढंग से संशोधन करने सहित अन्य मांगों को लेकर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन शुक्रवार को फ्लैशबट वेल्डिग प्लांट के मुख्य गेट के समक्ष गेट मीटिग की। एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन बहाल करने, रेलवे के निजीकरण करने पर आक्रोश व्यक्त किया। आठ जून को बांह पर काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाया जाएगा।

केंद्रीय संगठन मंत्री बीबी पासवान ने कहा वैसे ही कर्मचारी 12 महीने काम करते हैं। लगभग दस महीने का वेतन मिलता है, क्योंकि दो महीने का वेतन इनकम टैक्स में कट जाता है। अब महंगाई भत्ता पर रोक लगाने से दो महीने का वेतन और कम हो जाएगा। कहा सरकार हर हाल में सरकारी क्षेत्र को निजीकरण करना चाहती है, लेकिन ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन ने पहले भी रेल को निजीकरण से बचाया है और आगे भी बचाएगा। इतना ही नहीं सरकार की कोशिश ये भी है कि किसी भी तरह रेल कर्मचारियों की संख्या 13.26 लाख से कम करके आठ लाख पर समेट दिया जाए। अगर आंदोलन कमजोर पड़ा तो कितने कर्मचारियों को घर बैठना पड़ेगा। एसपी सिंह, शंकर प्रसाद, अमरेंद्र कुमार, एके उपाध्याय, मोहन राम, बीबी सिंह, रमेश कुमार श्रीवास्तव, संजय कुमार, प्रभात कुमार, संजय कुमार शर्मा, दयाशंकर सिंह, कृष्णा शाह, जीत बहादुर थापा, मुकेश पासवान, संतोष कुमार, ऋषिकेश यादव, सुनील कुमार, सुल्तान अहमद आदि शामिल थे।

chat bot
आपका साथी