पुलिस की लापरवाही, बयान दर्ज कराने को मृतक को भी भेजी नोटिस
चंदौली पुलिस अपने कारनामे की वजह से चर्चा में है। सिकटिया कांड में बयान देने के लिए जिन एक दर्जन लोगों को नोटिस जारी की गई है उसमें मृतक विशाल पासवान का भी नाम है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : पुलिस अपने कारनामे की वजह से चर्चा में है। सिकटिया कांड में बयान देने के लिए जिन एक दर्जन लोगों को नोटिस जारी की गई है, उसमें मृतक विशाल पासवान का भी नाम है। इसकी जानकारी होने से न सिर्फ शोक संतप्त स्वजन सदमे में हैं, बल्कि लोग भी खाकी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। चूक उजागर होने के बाद महकमा बैकफुट पर आ गया है। विभागीय अधिकारी अब गलती सुधारने की बात कह रहे हैं। अलीनगर थाना के सिकटिया गांव में 13 नवंबर की सुबह लाठी-डंडे से पीटकर विशाल पासवान नामक युवक की हत्या कर दी गई थी। इससे नाराज दूसरे पक्ष के लोगों ने जमकर बवाल किया। दुकानों में तोड़फोड़ के साथ ही आग लगा दी थी। हत्या के मामले में पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। सभी की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। मुख्य आरोपित कमला यादव की पत्नी सरस्वती देवी ने सीओ सदर अनिल राय को प्रार्थना पत्र देकर घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। इस पर सीओ ने पासवान बस्ती के लगभग एक दर्जन लोगों को नोटिस भेजी है। उन्हें दो दिन के अंदर दफ्तर में आकर बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया है। ताज्जुब यह कि इसमें विशाल पासवान का भी नाम है। इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं। उच्चाधिकारी भी इसे बड़ी चूक मान रहे और नोटिस को सुधारने की बात कह रहे हैं। बहरहाल, मामला लोगों के संज्ञान में आने के बाद विभाग की किरकिरी शुरू हो गई है। इससे महकमा बैकफुट पर आ गया है। 'नोटिस जारी करने में चूक हुई है। इसे ठीक करा दिया जाएगा। कर्मियों को निर्देशित किया जाएगा कि कामकाज के दौरान पूरी सावधानी बरतें। ताकि भविष्य में इस तरह के मामले सामने न आएं। अंकुर अग्रवाल, एसपी