टीकाकरण को लापरवाह हैं लोग, मात्र 14 फीसद ने लगवाई दूसरी डोज
इसे जागरूकता का अभाव कहें या लोगों की लापरवाही। तमाम जागरूकता कार्यक्रम और मेगा शिविरों के बाद भी लोग कोरोना टीका की दूसरी डोज लगवाने के प्रति गंभीर नहीं है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : इसे जागरूकता का अभाव कहें या लोगों की लापरवाही। तमाम जागरूकता कार्यक्रम और मेगा शिविरों के बाद भी लोग कोरोना टीका की दूसरी डोज लगवाने के प्रति गंभीर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग घर-घर, गांव-गांव शिविर लगाकर दूसरी डोज लगाने का प्रयास कर रहा लेकिन सफलता नहीं मिल रही। पहला टीका लगवाने वालों की संख्या नौ लाख चार हजार 147 है, वहीं सेकेंड डोज एक लाख 86 हजार 383 लोग ही लगवा सके हैं। यानि जिले में अभी 86 फीसद लोगों ने कोरोना की दूसरी डोज नहीं लगवाई है। जबकि जिले में अब तक 9346 सेशन चलाए जा चुके हैं। ऐसे में जिले को कोरोना मुक्त बनाने की सोच परवान चढ़ती नहीं नजर आ रही।
फरवरी 21 से कोरोना टीका की शुरूआत हुई। पहले चक्र में लोग डरे सहमे थे लेकिन जागरूकता कार्यक्रमों की बदौलत लोगों की अच्छी खासी संख्या टीका केंद्रों पर पहुंचने लगी। शुरूआत में जिले में 12 केंद्र ही खोले गए लेकिन लोगों की भीड़ को देखते हुए उप स्वास्थ्य और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी सेंटर बना दिया गया। यानि 24 से 25 सेंटरों पर लगातार टीके लगने शुरू हो गए। टीका का मेगा प्लान वाले दिन 120 से 125 सेंटरों पर टीके लगाए गए। पहला टीका तो तेजी से लगा लेकिन दूसरा टीका लगवाने में लोगों ने उदासीनता बरती। स्थिति यह कि अभी भी 86 फीसद लोग टीका नहीं लगवा पाए हैं। विभाग के आकड़े बताते हैं कि जिले में अब तक 10 लाख 90 हजार 530 लोगों को कोरोना टीका लग चुका है। इनमें प्रथम डोज वाले नौ लाख चार हजार 147 हैं तो 18 वर्ष से ऊपर की आयु वालों की संख्या का 66.84 फीसद है। वहीं दूसरी डोज लगवाने वाले लोग एक लाख 86 हजार 383 हैं। जो प्रथम डोज की संख्या का 13.78 फीसद है।
घर-घर जा रही टीम, लोग बरत रहे लापरवाही
स्वास्थ्य विभाग भी हैरान है कि दूसरी डोज लगवाने के प्रति लोग गंभीर क्यों नहीं हैं। जबकि कोरोना की लहर अभी समाप्त भी नहीं हुई है। मौसम बदलने के साथ बीमारियां भी बढ़ रही हैं। कमजोर इम्युनिटी वाले लोग ही मौसम बदलते के साथ बीमार हो रहे हैं। जबकि सर्दी जुकाम, बुखार, खांसी के लक्षण कोरोना से जुड़े हैं। वर्जन ---
स्वास्थ्य विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम व प्रधान घर-घर जाकर कोरोना का दूसरा टीका लगवाने के लिए प्रयासरत है। उनके परिवार के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। दूसरी डोज नहीं लगवाने से पहले टीके का अभी असर कम हो जाएगा।
डाक्टर आरबी शरण, एसीएमओ व नोडल, टीकाकरण