बीडीओ व एडीओ की संस्तुति से होगा भुगतान

ग्राम पंचायत में कराए जाने वाले विकास कार्यों में धांधली अब ग्राम प्रधानों को भारी पड़ेगी। बीडीओ व एडीओ पंचायत की संस्तुति के बाद ही फर्म को भुगतान होगा। वहीं विकास कार्यों की जियो टैगिग भी कराई जाएगी। पहले ग्राम प्रधान विकास कार्यों का स्टीमेट पास कराने के बाद फर्म को भुगतान कर देते थे। विकास कार्य बाद में कराए जाते थे। इसमें काफी धांधली की शिकायतें सामने आती थीं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 06:00 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 06:00 PM (IST)
बीडीओ व एडीओ की संस्तुति से होगा भुगतान
बीडीओ व एडीओ की संस्तुति से होगा भुगतान

जागरण संवाददाता, चंदौली : ग्राम पंचायत में कराए जाने वाले विकास कार्यों में धांधली अब ग्राम प्रधानों को भारी पड़ेगी। बीडीओ व एडीओ पंचायत की संस्तुति के बाद ही फर्म को भुगतान होगा। वहीं विकास कार्यों की जियो टैगिग भी कराई जाएगी। पहले ग्राम प्रधान विकास कार्यों का स्टीमेट पास कराने के बाद फर्म को भुगतान कर देते थे। विकास कार्य बाद में कराए जाते थे। इसमें काफी धांधली की शिकायतें सामने आती थीं। नई प्रणाली से ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी। वहीं शासन की धनराशि का दुरुपयोग नहीं होगा। ऐसा करने वाले ग्राम प्रधानों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई भी की जा सकेगी।

सरकार ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने के लिए करोड़ों रुपये बजट भेजती है। यह पैसा सीधे पंचायतों के खाते में पहुंचता है। राज्य वित्त, केंद्र वित्त, 14वें व 15वें वित्त समेत तमाम मद हैं, इनके जरिए पंचायतों के खाते में धनराशि भेजी जाती है। हालांकि ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में हमेशा धांधली के आरोप लगते रहते हैं। प्रधान व सचिव मिलीभगत कर विकास कार्यों में गड़बड़ी करते हैं। इसकी वजह से मानक के अनुरूप विकास कार्य नहीं हो पाते हैं। पांच साल की अवधि के लिए जो सड़क बनाई जाती है, वह बनने के चंद माह बाद ही दोबारा उखड़ने लगती है। वहीं दोबारा स्थिति जस की तस हो जाती है। भ्रष्टाचार गांवों के विकास में सबसे बड़ी बाधा बना है। यदि ईमानदारी के साथ काम कराया जाए, तो पांच साल में गांवों की सूरत बदल जाए। ऐसे में शासन ने धांधली पर लगाम के लिए नई पहल की है। अब एडीओ पंचायत व बीडीओ की संस्तुति के बाद ही ग्राम प्रधान काम कराने के एवज में संबंधित फर्म को धनराशि का भुगतान कर सकेंगे। ऐसे पूरी होगी प्रक्रिया

डीपीआरओ ब्रह्माचारी दुबे के अनुसार ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए पहले स्टीमेट तैयार किया जाएगा। सचिव इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर ब्लाक मुख्यालय भेजेंगे। उनकी देख-रेख में काम कराया जाएगा। इसकी जियो टैगिग भी होगी। बीडीओ व एडीओ पंचायत कार्य से संतुष्ट होने के बाद संस्तुति देंगे तभी प्रधान भुगतान कर सकेंगे।

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