बिना कार्य के भुगतान, फंस गए सचिव व पूर्व प्रधान
गांवों में विकास के नाम पर की गई अनियमितताओं की पोल
जागरण संवाददाता, सकलडीहा (चंदौली) : गांवों में विकास के नाम पर की गई अनियमितताओं की पोल खुलने लगी है। बिना कार्य के ही पैसों का भुगतान कर दिया गया तो कुछ में मनमानी की गई। जांच में मामला उजागर हुआ तो सचिव और पूर्व प्रधान हांफ रहे हैं।
मामला विकास क्षेत्र के सदलपुरा गांव का है। यहां पूर्व प्रधान व सचिव ने सड़क व सोलर लाइट के नाम पर 16 लाख से ऊपर की हेराफेरी की। ग्रामीणों की शिकायत पर डीएम ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर दो दिन पूर्व गांव में हुए विकास कार्यों की जांच कराई। जांच में कई ऐसे कार्य मिले जो हुए ही नहीं लेकिन खातों से पैसा निकल गया था। वहीं कुछ कार्य ऐसे भी करा दिए गए, जिनमें सरकारी धन कम खर्च होना था लेकिन उसे ज्यादा दिखाकर खातों से पैसा निकल गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि पूर्व प्रधान अरुण
कुमार व सचिव सुभाषचंद्र भारती ने विभिन्न योजनाओं के 16 लाख 15 हजार रुपये हजम कर लिए। आरोप पर डीएम ने 24 बिदुओं पर गांव की जांच कराई।
इन कार्यों में मिली है अनियमितता
- ग्रामीण मगन के हैंडपंप की बोरिग में 33620 रुपए का व्यय दिखाया गया, जबकि मगन ने अपने खर्च से यह बोरिग कराई है।
- 25 मीटर सड़क निर्माण कागजों पर तैयार है, धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ।
- सोलर लाइट लगवाने में एक लाख 23 हजार का घोटाला। लाइटें लगीं लेकिन कुछ दिन में ही खराब हो गईं।
- कैली मार्ग से दिनेश के घर तक सड़क निर्माण में 1.50 लाख का ज्यादा भुगतान किया गया।
- कैली मार्ग से लाल बाबू के घर तक सड़क निर्माण में 13.50 लाख का ज्यादा भुगतान।
- कैली मार्ग से मुन्ना के घर तक सड़क निर्माण में एक लाख से ज्यादा खर्च किया गया।
- कैली मार्ग से भानू के घर तक एक लाख ज्यादा खर्च दिखाकर पैसा जेब में रख लिया।
- वित्तीय बजट 2016 से 20 तक डायरेक्टरी आफ वर्क में 2.13 लाख का फर्जी भुगतान हुआ। जांच में अनियमितता मिली है। रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। सेक्रेटरी व पूर्व प्रधान से पूरे धन की रिकवरी होगी इसके अलावा वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
गुलाब सोनकर, बीडीओ सकलडीहा