ग्रामीणों और ट्रकों की पार्किंग ने रोका मेडिकल कालेज का निर्माण

जागरण संवाददाता सैयदराजा (चंदौली) ग्रामीणों का विरोध व ट्रकों की पार्किंग बरठी-कमरौर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 08:49 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 08:49 PM (IST)
ग्रामीणों और ट्रकों की पार्किंग ने रोका मेडिकल कालेज का निर्माण
ग्रामीणों और ट्रकों की पार्किंग ने रोका मेडिकल कालेज का निर्माण

जागरण संवाददाता, सैयदराजा (चंदौली) : ग्रामीणों का विरोध व ट्रकों की पार्किंग बरठी-कमरौर में मेडिकल कालेज के निर्माण में बड़ी बाधा बन गया है। वैकल्पिक मार्ग को सरकारी अभिलेखों में दर्ज न किए जाने से नाराज गांव वालों ने प्रदर्शन कर निर्माण कार्य रुकवा दिया। कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं मानें। मेडिकल कालेज के लिए चिह्नित भूमि के एक हिस्से में सेल टैक्स, पुलिस व परिवहन विभाग की ओर से पकड़े गए 70-75 ट्रक खड़े करा दिए गए हैं। प्रशासनिक लापरवाही के चलते मेडिकल कालेज के निर्माण अटक गया है। राजकीय मेडिकल कालेज के लिए बरठी-कमरौर में 11 एकड़ जमीन चिह्नित है। बरठी-कमरौर गांव का संपर्क मार्ग इसी जमीन से होकर गुजरता था। कार्यदायी संस्था की ओर से जमीन के बगल से वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है। इससे ग्रामीण आवागमन कर रहे हैं। हालांकि अभी तक यह रास्ता सरकारी अभिलेखों में दर्ज नहीं है। ग्रामीणों ने मांग की थी कि मार्ग को हर हाल में अभिलेखों में दर्ज कराया जाए। ताकि इसका अस्तित्व बरकरार रहे। इसको लेकर कार्यदायी संस्था ने तहसील प्रशासन को पत्र भी भेजा था। हालांकि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार को काम रुकवा दिया। वहीं जिस तरह मेडिकल कालेज का मुख्य भवन बनना है, वहां परिवहन, सेलटैक्स व पुलिस विभाग ने पकड़े गए ओवरलोड ट्रकों को खड़ा करा दिया है। इससे कार्यदायी संस्था चाहकर भी दूसरे तरफ निर्माण नहीं करा पा रही। ऐसे में निर्माण कार्य ठप हो गया है। बरठी कमरौर में मेडिकल कालेज के लिए 120 छात्राओं और 180 छात्रों के लिए डबल सीटेड हास्टल, श्रेणी दो, तीन, चार और पांच के आवास, डायरेक्टर आवास, लाइब्रेरी, फायर स्टेशन, नलकूप, पेयजल टंकी आदि का निर्माण होना है। नए भवन और इसका परिसर 11 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में तैयार होगा। मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल को जोड़कर कालेज की रूपरेखा तैयार की गई है। 200 बेड जिला अस्पताल में तैयार किए जाएंगे। शासन ने निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए मार्च 2023 तक मियाद तय की है। यदि निर्माण में इसी तरह अड़चन आती रही तो निर्धारित अवधि में निर्माण पूरा कराना कार्यदायी संस्था के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। ' ग्रामीणों के गांव को हाइवे से जोड़ने के लिए वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया जा चुका है, यदि कोई कोई ग्रामीण निर्माण कार्य मे बाधा पहुंचाएगा तो उसके खिलाफ करवाई की जाएगी। परिसर में खड़े ट्रकों को जल्द ही हटवा लिया जाएगा।

संजीव कुमार, एसडीएम, सदर

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