अपनी तहसील के केंद्रों पर ही धान बेचेंगे किसान
धान खरीद प्रक्रिया में शासन ने इस बार बदलाव किया है। किसानों को अ
जागरण संवाददाता, चंदौली : धान खरीद प्रक्रिया में शासन ने इस बार बदलाव किया है। किसानों को अब अपनी ही तहसील के केंद्रों तक सीमित रहना होगा। वे अब दूसरी तहसील या जिला मुख्यालय पर आकर अपना धान नहीं बेच पाएंगे। यह भी जान लेना जरूरी है कि सोमवार से गुरुवार तक क्रय केंद्र पर एक किसान एक दिन में 50 क्विंटल तक ही अपनी उपज बेच पाएगा। हालांकि शुक्रवार और शनिवार को इसकी सीमा नहीं होगी।
दो साल से सरकार ने किसानों को यह सुविधा दी थी कि जिले भर में किसी केंद्र पर किसान अपना धान बेच सकता था। किसी केंद्र पर बिक्री की कोई सीमा तय नहीं थी। केंद्र सुबह से शुरू होकर देर रात तक चलते थे। रविवार को भी खरीद का कार्य होता था लेकिन चालू सीजन में पुरानी व्यवस्था बदल गई है। इस बार न तो बटाईदारों का पंजीकरण होगा न ही ज्यादा धान बिकेगा। हालांकि शत-प्रतिशत किसानों का धान खरीदने का सरकार दावा कर रही है। सरकार ने दिन तय कर दिए हैं। पंजीकृत किसान एक दिन में 50 क्विंटल से ज्यादा धान नहीं बेच सकेगा। वैसे यह सुविधा दे दी गई है कि अपनी तहसील अंतर्गत किसान किसी केंद्र पर धान बेच पाएगा। अभी तक एक दर्जन केंद्रों का निर्धारण हो गया है पर इनकी मंजूरी मिलना शेष है। आफ लाइन टोकन हो गया बंद
अभी तक किसानों को आनलाइन व आफलाइन टोकन दिया जाता था लेकिन इस बार से यह प्रक्रिया भी बंद हो गई है। उन्हें केवल आनलाइन टोकन ही मिल पाएगा इसलिए बिक्री के लिए पंजीकरण के समय गाटा संख्या और उसकी खतौनी का विवरण देना अनिवार्य है। गाटा संख्या और एसडीएम के सत्यापन के बाद निर्धारित उपज की खरीद होगी।
शासन ने खरीद का दायरा तय कर दिया है। किसान अपनी ही तहसील क्षेत्र के केंद्रों पर धान बेच सकेंगे। वहीं 50 क्विंटल से ज्यादा की बिक्री नहीं होगी। केवल शुक्रवार और शनिवार को ही उन्हें 50 क्विंटल से ज्यादा धान बेचने की शासन ने छूट दी है।
अनूप श्रीवास्तव, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी