अब खेल-खेल में बच्चे सीखेंगे गणित, रुचिकर होगी पढ़ाई
परिषदीय स्कूलों के बच्चे अब खेल-खेल में गणित सीखेंगे। इसकी
जागरण संवाददाता, बनगांवा (चंदौली) : परिषदीय स्कूलों के बच्चे अब खेल-खेल में गणित सीखेंगे। इसकी पढ़ाई को सरल बनाने और आसान ढंग से बच्चों को समझाने के लिए विशेष तरह की किट दी जाएगी।
इसमें ज्यामिति से जुड़े उपकरण होंगे। नई पहल से सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली में सुधार की उम्मीद है। गणित में पारंगत छात्रों को भविष्य में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। उनके लिए तकनीकी विषयों की पढ़ाई और प्रवेश परीक्षा पास कराना आसान हो जाएगा।
गणित बच्चों को शुरू से ही कठिन लगती है। इससे बच्चे गणित पढ़ने में जी चुराते हैं। कक्षाओं में उनका मन नहीं लगता। वहीं आनलाइन क्लास भी कारगर नहीं साबित हो पा रही। ऐसे में शिक्षा विभाग ने गणित की पढ़ाई को आसान बनाने के लिए टूल किट देने का फैसला किया है। कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को उपकरण दिए जाएंगे। ब्लाक संसाधन केंद्रों के एआरपी को भी यह किट दी जाएगी। गणित शिक्षकों को किट की उपयोगिता के बारे में आवश्यक टिप्स दी जाएगी। किट खरीदने के लिए स्कूलों को बजट दिया जाएगा। स्कूल प्रबंधन इसकी खरीदारी करेगा। इस बार स्कूल खुलेंगे तो किट से गणित पढ़ाने पर जोर रहेगा। शिक्षक पाठ्यक्रम के अनुसार बच्चों को किट से पढ़ाएंगे।
क्यों पड़ी इसकी जरूरत
अभी तक स्कूलों में सिर्फ विज्ञान में ही प्रैक्टिकल की सुविधा उपलब्ध है लेकिन गणित में सूत्र याद कराए जाते हैं। छात्रों को सूत्र याद करने में परेशानी होती है। इसके कारण सवाल समझ नहीं पाते। सूत्र क्यों और कैसे बना, इसका उपयोग सवाल में क्यों नहीं किया जा रहा है, जैसे प्रश्नों के उत्तर भी गणित किट से समझाए जाएंगे। साथ ही सवालों की संकल्पना भी स्पष्ट की जाएगी।
किट में होंगे ये उपकरण
गणित किट में ज्यामिति से जुड़े सारे उपकरण छोटे से बड़े आकार में हैं। स्केल, प्रकार, चंदा, त्रिकोणमिति, जटिल संख्या के उत्पाद की ज्यामिति संख्या करने का यंत्र, दीर्घवृत्त के लिए प्रदर्शन बोर्ड, ग्राफ, प्रक्षेपण, पजल, पैरोबोला, क्रक्स सहित सारी सामग्री किट में हैं।
वर्जन
' छात्रों को सरल तरीके से गणित पढ़ाने की दिशा में यह पहल की गई है। किट का उद्देश्य है कि इससे बच्चों का गणित कौशल बेहतर बने। जिला मुख्यालय से ही विद्यालयों के खाते में बजट भेजा जाएगा। इसी से किट की खरीदारी होगी।
प्रकाशचंद यादव, बीइओ