झाड़-झंखाड़ से पटी माइनर, कैसे पड़े धान की नर्सरी

झाड़ झंखाड़ से पटी माइनर कैसे पड़े धान की नर्सरी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 08:14 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 11:16 PM (IST)
झाड़-झंखाड़ से पटी माइनर, कैसे पड़े धान की नर्सरी
झाड़-झंखाड़ से पटी माइनर, कैसे पड़े धान की नर्सरी

जासं, इलिया (चंदौली) : झाड़-झंखाड़ से पटी जनकपुर माइनर किसानों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। माइनर से पानी न आने के कारण धान का बीज डालने की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। माइनर जर्जर होने से हाल परेशान किसानों ने कहा कई वर्षो से माइनर में पानी नहीं आ रहा है। इसके चलते सैकड़ों एकड़ फसल हर वर्ष सूख जाती है, जबकि सरकार किसानों की आय दोगुना करने का दावा कर रही है। जिन किसानों के पास निजी बोरिग व डीजल इंजन नहीं हैं। उनके सामने धान का बीज डालने को लेकर चिता सताने लगी है। माइनर से सिचाई की आस लगाए किसानों ने कहा कई वर्ष से माइनर में पानी नहीं आने के चलते इस वर्ष भी फसल सूख सकती है। समय रहते माइनर की मरम्मत नही कराई गई तो किसानों के सामने सिचाई की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाएगी। आरोप लगाया कागजों में हर वर्ष माइनर की सफाई की जाती है, जबकि मौके पर पूरी माइनर क्षतिग्रस्त है और झाड़-झंखाड़ से पटी है। किसान नंदलाल सिंह, कपिलदेव सिंह, लालजी, संजय यादव, चंदू पांडेय, लोहा गुरु ने कहा जनकपुर माइनर की सफाई के बाबत शासन से लेकर प्रशासन तक दौड़ लगाई गई, लेकिन आज तक विभाग की दृष्टि माइनर पर नहीं पड़ी।

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