कार्तिका पूर्णिमा पर जंगल में होगा मंगल, जुटेंगे आस्थावान

जागरण संवाददाता चंदौली कार्तिका मास की पूर्णिमा को वनांचल के जंगल में जहां मंगल होगा वह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 04:58 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 04:58 PM (IST)
कार्तिका पूर्णिमा पर जंगल में होगा मंगल, जुटेंगे आस्थावान
कार्तिका पूर्णिमा पर जंगल में होगा मंगल, जुटेंगे आस्थावान

जागरण संवाददाता, चंदौली : कार्तिका मास की पूर्णिमा को वनांचल के जंगल में जहां मंगल होगा, वहीं देव दीपावली पर दीयों की रोशनी से घर आंगन भी जगमग होंगे। इसके मद्देजर आस्थावानों ने तैयारी आरंभ कर दी है। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से पोखरों व सरोवरों को दीयों की रोशनी से रोशन करने को इंतजाम किए जा रहे हैं। वनों से घिरे कोइरलवा हनुमान जी मंदिर में श्रद्धालु पूजन अर्चन के साथ लोगों में प्रसाद का वितरण करेंगे।

कार्तिका पूर्णिमा का पर्व सोमवार को मनाया जाएगा। इसके मद्देनजर नौगढ़ के डकही स्थित वनों से घिरे दक्षिण मुखी कोइलरवा हनुमान जी मंदिर में जनपद सहित गैर जनपद के साथ बिहार प्रांत के श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। मान्यता है कि इस दिन संकटमोचन का दर्शन पूजन करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। यहां दो दिन पूर्व से ही भजन कीर्तन का दौर आरंभ हो जाता है। कथा, पुराण के साथ आस्थावानों की ओर से मुंडन संस्कार भी कराया जाता है। भंडारे के आयोजन में लोग प्रसाद तो ग्रहण करते ही हैं, प्राकृतिक जल श्रोतों के जल का सेवन भी करते हैं। भक्तिमय वातावरण होने से जंगल में मंगल हो जाता है। दूर दराज से आने वाले लोग प्राकृतिक जलश्रोतों पर बाटी, चोखा का स्वाद भी चखते हैं। बताया जाता है कि कोइलरवा हनुमान जी की मूर्ति लगभग पांच सौ वर्ष पुरानी है। मंदिर के समीप सैकड़ों फीट की ऊंचाई पर पोखरा भी है। लेकिन समय के थपेड़ों के साथ पोखरे का अस्तित्व अब समाप्त होने के कगार पर है। बहरहाल कार्तिका पूर्णिमा को लेकर आस्थावानों में उत्साह देखने को मिल रहा है। े

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