सदाचार से जीना, सात्विक भोजन करना श्रेष्ठता की पहचान
जागरण संवाददाता धानापुर (चंदौली) बुधपुर गांव में चल रही भागवत कथा में जीयर स्वामी महाराज
जागरण संवाददाता, धानापुर (चंदौली) : बुधपुर गांव में चल रही भागवत कथा में जीयर स्वामी महाराज ने कहा ब्रह्मचारी का अर्थ विवाह न करने वाला ही नहीं होता। सदाचार से जीना, सात्विक भोजन करना, परोपकार एवं दया की भावना रखना, सरलता आदि सभी अच्छे आचरण एवं कर्म ब्रह्मचारी के लक्षण हैं। यही श्रेष्ठ व्यक्ति की पहचान है। मनुष्य को 25 साल के बाद 50 वर्ष की आयु तक समर्पित रूप में जीवन जीना अपने आप में ब्रह्मचर्य है।