कोइलरवा हनुमान मंदिर के रास्ते पर दिखा तेंदुआ, दहशत

जागरण संवाददाता चकिया (चंदौली) काशी वन्यजीव प्रभाग के स्थानीय रेंज अंतर्गत कोईलरवा हनुमान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:15 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 05:15 PM (IST)
कोइलरवा हनुमान मंदिर के रास्ते पर दिखा तेंदुआ, दहशत
कोइलरवा हनुमान मंदिर के रास्ते पर दिखा तेंदुआ, दहशत

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : काशी वन्यजीव प्रभाग के स्थानीय रेंज अंतर्गत कोईलरवा हनुमान मंदिर जाने वाले रास्ते पर तेंदुआ के विचरण से लोगों में खलबली गई। बुधवार को इंटरनेट मीडिया पर पर इसका वीडियो वायरल हुआ तो स्थानीय वन अधिकारियों को विश्वास ही नहीं हो रहा कि वन क्षेत्र में तेंदुआ भी आ सकता है। हालांकि एहतियातन गुरुवार को विभाग की टीम ने कांबिग कर दर्शनार्थियों, सैलानियों और स्थानीय ग्रामीणों को सतर्क रहने का आह्वान किया।

चकिया- नौगढ़ मार्ग के कोइलरवा हनुमानजी मंदिर जाने वाले रास्ते के दाहिने ओर लेहड़ा बीट व बाएं जमसोती बीट है। वीडियो में तेंदुआ मंदिर के रास्ते पर लेहड़ा बीट को जाता है फिर जमसोती बीट के घनघोर जंगल में प्रवेश कर रहा है। विभागीय कर्मियों की मानें तो काशी वन्य जीव प्रभाग के चकिया रेंज में लगभग आधा दर्जन तेंदुआ हैं। वन वन्य जीव की गणना के दौरान इनके पद चिन्ह मिलते थे। वन भीषमपुर जंगल में तीन साल पहले तीन तेंदुआ देखे गए थे। इसकी पुष्टि वन विभाग की थी। मंदिर के रास्ते पर देखा गया तेंदुआ संभवत: नर है। मादा अक्सर अपने बच्चों के साथ को लेकर चलते हैं। तेंदुआ हिसक होने के साथ ही मांसाहारी होते हैं। जमसोती बीट का घनघोर जंगल इनके अभ्यरण क्षेत्र के लिए उपयुक्त है। पानी और इनका भोजन प्रचुर मात्रा में इस जंगल में उपलब्ध होने के कारण नर व मादा तेंदुआ की मौजूदगी होने का अनुमान वन विभाग लगा रहा है। एहतियात के तौर पर वन क्षेत्राधिकारी एबी सिंह के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने पूरे दिन सघन कांबिग की। मंदिर पर दर्शन पूजन करने वालों के साथ ही सैलानियों को आगाह किया। मंदिर के पुजारी को भी आवश्यक जानकारी देते हुए सैलानियों को सचेत रहने को कहा। टीम में वन दारोगा केशव प्रसाद, वनरक्षक जसवंत, राम अशीष, राम नगीना आदि कर्मी शामिल थे। उधर जिलाधिकारी संजीव सिंह ने भी यहां आने वाले सैलानियों को सतर्कता बरतने का आह्वान किया।

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