करवा चौथ आज, बाजार भीड़ से खचाखच, महिलाओं की खरीदारी

पीडीडीयू नगर (चंदौली) पति-पत्नी के मजबूत रिश्ते प्यार और विश्वास के प्रतीक पर्व करवा चौथ व्रत 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 07:01 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 07:01 PM (IST)
करवा चौथ आज, बाजार भीड़ से खचाखच, महिलाओं की खरीदारी
करवा चौथ आज, बाजार भीड़ से खचाखच, महिलाओं की खरीदारी

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : पति-पत्नी के मजबूत रिश्ते, प्यार और विश्वास के प्रतीक पर्व करवा चौथ व्रत 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसे लेकर महिलाओं में जहां उत्साह है, वहीं बाजारों में चहल-पहल भी। सुहाग के प्रतीक पर्व की तैयारी हर घर में जारी रही। शनिवार को खरीदारी के लिए महिलाओं की भीड़ बाजार में उमड़ पड़ी। साड़ी, श्रृंगार की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई। महिलाओं ने जमकर सोलहों श्रृंगार के सामान खरीदे, वहीं हाथों में मेहंदी भी रचाई। पूरा बाजार महिलाओं व बच्चों से भरा था। साड़ी, सौंदर्य प्रसाधन एवं चूड़ियों खरीदने को दुकानों पर सुबह से ही भीड़ लग गई थी।

कार्तिक कृष्ण चतुर्थी पर करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 24 अक्टूबर रविवार को पड़ रहा है। विवाहित महिलाएं इस पर्व का साल भर इंतजार करती हैं। पर्व पर सुहागिन दिन भर व्रत रखने के बाद शाम को चंद्रोदय होने पर पति का दर्शन कर व्रत तोड़ती हैं। इसको लेकर कई किवदंतिया भी प्रचलित हैं। हिदी फिल्मों ने इस पर्व के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस दिन विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर महिलाएं सपरिवार पूजा करती हैं। वैसे तो पर्व के लिए सभी तैयारी पहले से ही की जाती है लेकिन, पर्व के एक दिन पूर्व शनिवार को बाजारों में काफी रौनक रही। महिलाएं सपरिवार बाजार करने निकलीं। मनपसंद साड़ी व आभूषणों की भी खरीदारी हुई। बाजारों में देर रात तक चहलपहल बनी रही। कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, चूड़ियां एवं श्रृंगार सामग्री की जमकर खरीददारी की। सबसे अधिक उत्साह उन महिलाओं में देखा गया, जिनका पहला करवाचौथ है। करवा व चलनी की मांग

आम तौर पर चलनी का प्रचलन नहीं है लेकिन, पहली बार व्रत करने वाली नव विवाहित महिलाएं पति के दर्शन के लिए चलनी का ही प्रयोग करती हैं। मिट्टी का करवा परंपरागत साधन है। बिना उसके पूजा होती ही नहीं। उसकी खरीदारी सभी ने की। जिनकी जैसी मान्यता रही उसके अनुसार बहुत सी महिलाओं ने सोने व चांदी के करवा की भी खरीदारी की। आमतौर पर इस पर्व पर महिलाएं सोलहों श्रृंगार कर पूजन करती हैं। इसलिए सजने संवरने के लिए ब्यूटी पार्लरों में भी भीड़ लगी रही।

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