आयोग की रैकिग में छलांग, 21वें पायदान पर जिला

नीति आयोग की रैकिग में धान का कटोरा छलांग लगा रहा है। इस माह देश के 10

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 06:32 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 06:32 PM (IST)
आयोग की रैकिग में छलांग, 21वें पायदान पर जिला
आयोग की रैकिग में छलांग, 21वें पायदान पर जिला

जागरण संवाददाता, चंदौली : नीति आयोग की रैकिग में धान के कटोरे ने छलांग लगा दी। इस माह देश के 108 जिलों में चंदौली 21वें पायदान पर है। मूलभूत सुविधाएं, स्वास्थ्य व पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत मुकाम हासिल हुआ है। गत चार माह से जिले की रैंकिग में तेजी से सुधार हो रहा है। सितंबर माह में जनपद की 93वीं रैंक थी।

आकांक्षात्मक जनपद में शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण, मूलभूत सुविधाएं, कृषि क्षेत्र में सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आयोग की ओर से इंडिकेटर्स तय किए गए हैं। इसके आधार पर सुधार की पड़ताल की जाती है। प्रगति की साप्ताहिक और मासिक समीक्षा होती है। जिले की रैंकिग में तेजी से सुधार हो रहा है। इस माह देश के 108 आकांक्षात्मक जिलों में चंदौली 21वें पायदान पर पहुंच गया है। जबकि सितंबर माह में 93वीं रैंक थी। अक्तूबर में छह पायदान की छलांग के साथ जिला 87वें स्थान पर पहुंच गया। वहीं नवंबर माह में 32 पायदान की छलांग के साथ 55वें स्थान पर पहुंच गया। मूलभूत सुविधाओं, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति के चलते यह उपलब्धि हासिल हुई है। मूलभूत सुविधाओं के विकास के मामले में 108 आकांक्षात्मक जनपदों में चंदौली पांचवें स्थान पर है। स्वास्थ्य और पोषण में 20वीं, शिक्षा में 31वीं, कृषि में 52वीं रैंकिग हासिल की है।

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कौशल विकास में खस्ताहाल

केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री के संसदीय क्षेत्र में कौशल विकास की स्थिति खस्ताहाल है। स्वयं सहायता समूहों और स्वरोजगार की विभिन्न योजनाओं के लिए चयनित लाभार्थियों का वित्तीय समावेशन न होने के चलते ऐसी स्थिति पैदा हुई है। नीति आयोग की रैकिग में जिला 102वें पायदान पर है। एलडीएम को निर्देशित कर लाभार्थियों को ऋण दिलाने की कवायद की जा रही।

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वर्जन :

नीति आयोग की रैंकिग में इस माह जिले की 21वीं रैंकिग है। मूलभूत सुविधाएं, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। इसके चलते रैंकिग में सुधार आया है। चंदौली को आंकाक्षात्मक जिले की श्रेणी से बाहर निकलवाने का प्रयास किया जा रहा।

डा. एके श्रीवास्तव, सीडीओ।

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