जीयनपुर का नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उपेक्षा का शिकार
जागरण संवाददाता सकलडीहा (चंदौली) धानापुर विकास क्षेत्र के जीयनपुर गांव का नवीन प्राथमिक
जागरण संवाददाता, सकलडीहा (चंदौली) : धानापुर विकास क्षेत्र के जीयनपुर गांव का नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उपेक्षा का शिकार है। कोरोना काल में सभी स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड कर दिया गया लेकिन इस ओर किसी का ध्यान ही नहीं गया। ग्रामीणों ने अस्पताल की बदहाल व्यवस्था को पटरी पर लाने की मांग की है।
हिदी के आलोचक डाक्टर नामवर सिंह व कहानीकार डाक्टर काशीनाथ सिंह का पुश्तैनी गांव जीयनपुर है। तत्कालीन सरकार ने इन विभूतियों से प्रेरित होकर उनके गांव में दो दशक पूर्व नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया था। ओपीडी, छोटे आपरेशन व दवा वितरण के साथ ही चिकित्सकों के आवास भी बनाए गए। अपने निर्माण के शुरुआती दौर में इस अस्पताल ने आसपास के दो दर्जन गांवों को बखूबी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई। लेकिन धीरे-धीरे यह अस्पताल उपेक्षा का शिकार हो गया। यहां तैनात चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्यकर्मी नदारत रहने लगे। महज एक वार्ड ब्वाय ही अस्पताल खोलने की औपचारिकता पूरी करता है। कुछ दिन पूर्व तक यहां कोरोना की वैक्सीन भी लगाई गई लेकिन अब वह भी बंद पड़ी है। ग्रामीणों को वैक्सीन के लिए धानापुर सीएचसी के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। हालांकि हाल के दिनों में अस्पताल में मुख्य भवन का रंग-रोगन किया गया है। लेकिन चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के आवास पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं। अस्पताल की उपेक्षा ग्रामीणों को खलने लगी है। अनिल सिंह, अधिवक्ता संतोष सिंह, प्रदीप सिंह व दीपक सिंह ने बताया यहां तैनात चिकित्सक को तो उन्होंने अभी तक देखा तक नहीं है। सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी ने कहा कि एक चिकित्सक, फार्मासिस्ट को वहां बैठना चाहिए। वे इसकी जांच कराएंगे और कठोर कार्रवाई भी की जाएगी।