प्रेरणा एप को लेकर गुरुजी की मुखालफत

जागरण संवाददाता, चंदौली : प्रेरणा एप्लिकेशन को लेकर शिक्षकों की मुखालफत जारी है। शुरूआत में प्रत्

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 07:18 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 07:18 PM (IST)
प्रेरणा एप को लेकर गुरुजी की मुखालफत
प्रेरणा एप को लेकर गुरुजी की मुखालफत

जागरण संवाददाता, चंदौली : प्रेरणा एप्लिकेशन को लेकर शिक्षकों की मुखालफत जारी है। शुरूआत में प्रत्यक्ष रूप से आंदोलन शुरू करने वाले शिक्षक अब मोबाइल पर एप डाउनलोड करने के बाद भी उपस्थिति व एमडीएम संबंधित सूचनाएं अपलोड नहीं कर रहे। अभी तक जिले में एक भी सूचना अपलोड नहीं हुई। शासन ने शिक्षकों को दो माह की मोहलत दी है। इसके बाद सख्ती की जाएगी। एप का इस्तेमाल न करने वाले शिक्षक निशाने पर होंगे।

सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी परिषदीय स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही। कारण बच्चों को शिक्षित करने का दायित्व संभाल रहे गुरुजी स्कूलों से गायब रहते हैं। वहीं कई स्कूलों का ताला तक नहीं खुलता। ऐसे में शासन ने शिक्षण कार्य में रुचि न लेने वाले शिक्षकों की नकेल कसने और विद्यालय की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए प्रेरणा एप्लिकेशन की शुरूआत की। इस पर शिक्षकों को स्कूल पहुंचते ही उपस्थिति, एमडीएम और विद्यालय से निकलते समय रिपोर्ट अपलोड करना था। प्रेरणा एप की लांचिग के साथ ही शिक्षकों का विरोध शुरू हो गया। शुरूआत में शिक्षक एप को लेकर मुखर रहे। शिक्षण कार्य से विरत रहते हुए आंदोलन किया। विभाग की सख्ती के बाद विद्यालय का समय पूरा होने के बाद धरना-प्रदर्शन करते रहे। बहरहाल शिक्षकों का प्रत्यक्ष आंदोलन थम गया है। लेकिन अभी भी अध्यापक प्रेरणा एप के पक्ष में नहीं दिख रहे। जिले में परिषदीय विद्यालयों में कुल 7350 शिक्षक नियुक्त हैं। इसमें मात्र 852 शिक्षकों ने अपने मोबाइल में प्रेरणा एप अपलोड किया है। ग्रामीण इलाके में स्थित स्कूलों के 715 और शहरी इलाके के 137 शिक्षक शामिल हैं। हालांकि अभी तक किसी भी शिक्षक ने एप पर कोई रिपोर्ट अपलोड नहीं की। ऐसा नहीं कि शिक्षक सूचनाएं अपलोड करने की प्रक्रिया से वाकिफ नहीं, बल्कि जानबूझकर इससे कन्नी काट रहे।

--------------------------

नेटवर्क की समस्या आ रही आड़े

शिक्षकों के साथ ही विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को भी स्कूलों के निरीक्षण की रिपोर्ट प्रेरणा एप पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। लेकिन ग्रामीण इलाकों के स्कूलों के निरीक्षण के दौरान एप पर सूचनाएं अपलोड करने में बीएसए, बीईओ व समन्वयकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। कई बार प्रयास के बाद प्रक्रिया पूर्ण हो पा रही।

------------------------

वर्जन :

जिले के 852 शिक्षकों ने अपने मोबाइल पर प्रेरणा एप डाउनलोड किया है। लेकिन अभी तक किसी भी अध्यापक की ओर से रिपोर्ट अपलोड नहीं की गई। शासन के निर्देशानुसार लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए।

chat bot
आपका साथी