अज्ञात कारणों से सिवान में लगी आग, 240 बीघा गेहूं जला

जागरण संवाददाता कंदवा (चंदौली) थाना क्षेत्र के कम्हरियां गांव के सिवान में बुधवार को अज्ञात

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:08 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 07:08 PM (IST)
अज्ञात कारणों से सिवान में लगी आग, 240 बीघा गेहूं जला
अज्ञात कारणों से सिवान में लगी आग, 240 बीघा गेहूं जला

जागरण संवाददाता, कंदवा (चंदौली) : थाना क्षेत्र के कम्हरियां गांव के सिवान में बुधवार को अज्ञात कारणों से आग लग गई। इससे लगभग 240 बीघा गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई। अलगली की घटना से अफरातफरी का माहौल कायम हो गया था। आग के रौद्र रूप को देख लोग भाग खड़े हुए। किसानों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन अग्निशमन दल काफी देर से पहुंचा। तब तक किसानों के अरमान खाक हो चुके थे। अग्निशमन दल राख के नीचे सुलग रही आग और धुएं पर पानी का छिड़काव कर चलता बना। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। हालांकि राजस्व विभाग का कोई सक्षम अधिकारी-कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। लापरवाही को लेकर किसानों में नाराजगी देखने को मिली। कम्हरियां गांव के किसान महेंद्र सिंह के खेत से आग की लपटें और धुआं उठता दिखा। लोग तब तक पानी डालकर बुझाते तब तक तेज हवा के चलते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते अन्य किसानों के खेतों में भी आग फैल गई। गेहूं की फसल धूं-धूकर जलने लगी। किसानों ने फायरब्रिगेड को फोनकर सूचना दी लेकिन कर्मियों ने पहुंचने में देर लगा दी। ऐसे में आंग की ऊंची लपटों के सामने काश्तकार बेबस रहे। देखते ही देखते डेढ़ दर्जन किसानों की लगभग 240 बीघा गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गई। इसमें संदेश तिवारी की आठ, कृष्णा की पांच, प्रेमशंकर दुबे सात, ब्रह्मा तीन, दौलत और जगरदेव की तीन-तीन, सोचन दो, गुदरी तीन, शिवनाथ पांच, महेंद्र की पांच तो बरिला के किसान विजय बहादुर की दो, गोपाल पांच और कपिलदेव की तीन एकड़ समेत अन्य किसानों की कुल 240 बीघा फसल जलकर नष्ट हो गई। किसानों की आंखों के सामने ही उनके अरमान धू-धूकर जल गए। किसानों का कहना रहा कि यदि समय से फायरब्रिगेड पहुंच जाता तो संभव था कि कुछ कम क्षति होती। ग्रामीणों ने अधिकारियों से किसानों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है। -------------------------------

थानों में नहीं रहती फायरब्रिगेड की गाड़ी

अगलगी की घटनाओं से निटबने के लिए फायरब्रिगेड की तैयारी मुकम्मल नहीं है। इसके चलते वारदातें बड़ा रूप ले लेती हैं। दरअसल थानों में फायरब्रिगेड की गाड़ियां नहीं रहती हैं। वहीं विभाग कर्मियों की कमी से भी जूझ रहा है। अग्निशमन विभाग में आरक्षियों के एक दर्जन से अधिक पद रिक्त हैं। ऐसे में आग पर त्वरित काबू पाने में मुश्किलें आ रही हैं।

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