किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए किया प्रोत्साहित

मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में शुक्रवार को पोषण वाटिका महाअभियान का आयोजन किया गया। इस दौरान दिल्ली में आयोजित गोष्ठी में वरिष्ठ विज्ञानियों के संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 08:55 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 08:55 PM (IST)
किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए किया प्रोत्साहित
किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए किया प्रोत्साहित

जागरण संवाददाता, चंदौली : मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में शुक्रवार को पोषण वाटिका महाअभियान का आयोजन किया गया। इस दौरान दिल्ली में आयोजित गोष्ठी में वरिष्ठ विज्ञानियों के संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया। किसानों को मोटे अनाज की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। साथ ही आम, सहजन, बेल और नीबू के पौधे व सब्जी के बीज दिए गए।

कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डाक्टर एसपी सिंह ने बताया कि मोटे अनाज ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा आदि की खेती अब बहुत कम किसान करते हैं। इनके स्थान पर लोग धान और गेहूं की खेती करते हैं। हमारी कई पीढि़यां मोटा अनाज ही खाती रहीं, लेकिन हाल के वर्षों में तेजी से परिवर्तन हुआ है। मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर हैं। ऐसे में इन्हें दोबारा अपनाने की जरूरत है। इफको प्रभारी राजेश कुमार ने कंपनी की ओर से तैयार जैविक खाद व नैनो फर्टीलाइजर के बारे में जानकारी दी। उद्यान विज्ञानी डाक्टर दिनेश कुमार यादव ने किसानों को पौधे लगाने व बागवानी प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया। रितेश गंगवार ने जैविक खेती की बारीकियां बताईं। वहीं डाक्टर अभयदीप गौतम ने धान की फसल में झुलसा, खैरा रोग आदि के उपचार के बारे में जानकारी दी। इस दौरान कृषि विशेषज्ञों के साथ ही महिला कृषि मौजूद थे।

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