पड़ाव से सैयदराजा तक हटेगा अतिक्रमण, पांच सौ को अंतिम नोटिस

जागरण संवाददाता चंदौली पड़ाव से सैयदराजा तक सड़क किनारे पक्का मकान चबूतरा गुमटी टि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 06:38 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 06:38 PM (IST)
पड़ाव से सैयदराजा तक हटेगा अतिक्रमण, पांच सौ को अंतिम नोटिस
पड़ाव से सैयदराजा तक हटेगा अतिक्रमण, पांच सौ को अंतिम नोटिस

जागरण संवाददाता, चंदौली : पड़ाव से सैयदराजा तक सड़क किनारे पक्का मकान, चबूतरा, गुमटी, टिन शेड आदि लगाकर अतिक्रमण करने वालों पर शिकंजा कस गया है। लोक निर्माण विभाग ने ऐसे 500 लोगों को अंतिम नोटिस भेजी है। यदि अतिक्रमणकारियों ने जल्द अतिक्रमण नहीं हटाया तो, विभाग अभियान चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। इसका खर्च भी अतिक्रमणकारियों से ही वसूला जाएगा। पड़ाव से पंचफेड़वा तक जीटी रोड पर व पंचफेड़वा से सैयदराजा तक हाईवे के किनारे पक्का निर्माण कर, गुमटी, झुग्गी-झोपड़ी, चबूतरा आदि बनाकर अतिक्रमण कर लिया है। इसके चलते सर्विस रोड के चौड़ीकरण की प्रक्रिया बाधित है। वहीं वाहनों के आवागमन में भी दिक्कत होती है। लोक निर्माण विभाग ने जिले में ऐसे 500 अतिक्रमणकारियों को चिह्नित किया है। उन्हें सड़क किनारे अवैध निर्माण को हटाने के लिए विभाग की ओर से कई बार नोटिस जारी भेजी गई, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते हाईवे चौड़ीकरण का मामला अधर में है। ऐसे में विभाग ने अब सख्त रुख अख्तियार करने का मन बनाया है। सभी अतिक्रमणकारियों को अंतिम नोटिस जारी की गई है। उन्हें हाईवे व जीटी रोड के किनारे स्थित अवैध निर्माण खुद से हटाने की चेतावनी दी गई है। यदि लोगों ने खुद इसको लेकर पहल नहीं की तो, विभाग बुल्डोजर चलवाकर अवैध निर्माण ध्वस्त कराएगा। अवैध निर्माण को ध्वस्त करने में जो भी खर्च आएगा, विभाग इसकी वसूली भवन स्वामी से ही करेगा। सरकारी कार्रवाई की जद में आने पर भवन स्वामियों को अधिक क्षति उठानी पड़ सकती है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि लोग खुद अतिक्रमण हटा लें। -------

'पड़ाव से सैयदराजा तक जीटी रोड व हाईवे किनारे अतिक्रमण हटाने के लिए 500 लोगों को अंतिम नोटिस भेज दी गई है। यदि गुमटी, झुग्गी-झोपड़ी व पक्का निर्माण कराने वालों ने खुद अतिक्रमण नहीं हटाया तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। इसका हर्जाना भी भवन स्वामियों से ही वसूला जाएगा।

डीपी सिंह, एक्सईएन प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग

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