बेपटरी हुई रोजगार एक्सप्रेस, मंडल में सवा चार सौ बेरोजगार
- कोरोना की मार - सफाई इंक्वायरी व वाटरिग कर्मचारियों में कटौती जीविकोपार्जन का संकट
- कोरोना की मार
- सफाई, इंक्वायरी व वाटरिग कर्मचारियों में कटौती, जीविकोपार्जन का संकट - स्टेशन व ट्रेनों की स्वच्छता पर लगने लगा पलीता, दूसरा लहर में परिवार चलाना मुश्किल
- रेलवे बोर्ड का हवाला दे रहा रेल प्रशासन, मंडल में 125 ट्रेनों की बजाय 92 का ही परिचालन
फोटो- 05 जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : रोजगार सृजन के लिए जानी जाने वाली रेलवे अब वैश्विक महामारी में लोगों का सहारा छीनने लगी है। रेलवे की रोजगार एक्सप्रेस अब बेपटरी होने लगी है। यही वजह है कि लगभग सवा चार सौ लोग बेरोजगार हो गए हैं। जंक्शन व ट्रेनों की सफाई कार्य में कर्मियों की तैनाती में कटौती कर दी गई। यहां तक की इंक्वायरी व वाटरिग के कर्मचारियों में कटौती कर दी गई। उधर, काम छिन जाने से कर्मियों के समक्ष जीविकोपार्जन का संकट मंडराने लगा है। वहीं कर्मियों की संख्या कम होने से स्टेशन व ट्रेनों की स्वच्छता पर पलीता लग रहा है और ट्रेनें बिना पानी भरे ही आगे के लिए रवाना हो जा रहीं हैं। रेलवे ट्रेनों की संख्या पर्याप्त न होने के कारण कटौती करने की बात कह रहा है जबकि वर्तमान में पीडीडीयू मंडल की 125 ट्रेनों में से लगभग 92 ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।
हाजीपुर जोन के पांच मंडलों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल का बड़ा नाम है। मंडल अंतर्गत आने वाले स्टेशनों की साफ सफाई व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए रेलवे ने रोजगार का एक अच्छा अवसर प्रदान किया था। कोरोना महामारी के दौर में ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा। हालांकि धीरे धीरे सभी ट्रेनें पटरी पर आने लगी हैं। विडंबना यह कि संकट के समय में लोगों को रोजगार देने का दावा करने वाली रेलवे पर भी सवाल उठने लगे हैं।
आधी कर दी गई कर्मियों की संख्या
पीडीडीयू जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की सफाई, वाटरिग व इंक्वायरी के लिए तैनात कर्मियों की संख्या आधी कर दी गई। ऐसे में 144 की जगह 56 कर्मियों के कंधे पर ही ट्रेनों की सफाई का जिम्मा है। अब इतनी कम संख्या में ट्रेनों की कितनी अच्छी सफाई होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं स्टेशन पर मशीन कोच की सफाई के लिए 156 की जगह 78 कर्मियों को नियुक्त किया गया है। सीधे 78 कर्मियों का काम छीन लिया गया है। वहीं अनुग्रह नारायण रोड की सफाई महज 31 कर्मी की करेंगे। पूछताछ केंद्र में भी कर्मियों की संख्या आधी हो गई है। वहीं कैरेज एंड वैगन, प्लांट डिपो, टीआरएस शेड आदि जगहों पर भी साफ सफाई का काम बंद पड़ा है। यहां लगभग 150 कर्मी काम करते थे।
इतने लोगों की हुई है कटौती
स्टेशन मांग तैनाती कटौती
पीडीडीयू 225 146 79
अनुग्रह नारायण रोड 42 31 11
सासाराम स्टेशन 60 44 24
गया स्टेशन 157 79 78
पीडीडीयू जं. की ट्रेन 144 56 58
मशीन कोच सफाई 156 78 78
पूछताछ केंद्र 103 53 50
वर्जन..
वर्तमान में ट्रेनों की संख्या कम है। फाइनेंस व संबंधित विभाग के पास पावर है। सौ फीसद ट्रेनों का परिचालन पटरी पर आएगा तो खाली जगह भरी जाएगी।
मोहम्मद इकबाल, सीनियर डीओएम, गुड्स/पीआरओ