काम पर लौटे बिजलीकर्मी, आपूर्ति सुचारू होने से मिली राहत

जागरण संवाददाता चंदौली निजीकरण के खिलाफ पिछले दो दिनों से जारी बिजली कर्मचारियों की ह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Oct 2020 11:51 PM (IST) Updated:Wed, 07 Oct 2020 11:51 PM (IST)
काम पर लौटे बिजलीकर्मी, आपूर्ति सुचारू होने से मिली राहत
काम पर लौटे बिजलीकर्मी, आपूर्ति सुचारू होने से मिली राहत

जागरण संवाददाता, चंदौली : निजीकरण के खिलाफ पिछले दो दिनों से जारी बिजली कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार की रात समाप्त हो गई। इसके साथ ही कर्मियों ने उपकेंद्रों और क्षेत्र में मोर्चा संभाल लिया। आपूर्ति व्यवस्था पटरी पर लौट आई। जिले में सभी उपकेंद्रों की आपूर्ति शुरू हो गई। इससे लोगों ने राहत की सांस ली। हड़ताल के चलते कई क्षेत्रों में 24 घंटे ब्लैक आउट रहा, इससे लोग बिलबिला उठे थे। सरकार के निर्णय के खिलाफ बिजली कर्मी कामकाज ठप कर हड़ताल पर चले गए थे। जिला प्रशासन ने आपूर्ति सुचारू रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की थी। लेकिन तकनीकी जानकारी व अनुभव न होने की वजह से तैयारी फेल हो गई। एक-एक कर उपकेंद्रों से बिजली आपूर्ति ठप होने लगी। पांच अक्टूबर की शाम तक जिले का करीब 90 फीसद इलाका अंधेरे में डूब गया था। दूसरे दिन भी कमोवेश यही स्थिति रही। मुख्यालय समेत करीब दो दर्जन फीडरों से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इससे हाहाकार मच गया था। कलेक्ट्रेट में बनाए गए कंट्रोल रूम में शिकायतों की भरमार हो गई तो अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे। डीएम समेत आला अफसर मंत्रणा करते रहे। पूर्वांचल में बिजली के घोर संकट को देखते हुए सरकार को झुकना पड़ा और निजीकरण के प्रस्ताव को फिलहाल रोक दिया गया। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने की सूचना मिलते ही बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी दोबारा मोर्चे पर डंट गए। मंगलवार की रात के वक्त कई स्थानों पर तकनीकी खराबी को दूर कर आपूर्ति शुरू कराई गई। वहीं बुधवार को जिले के सभी फीडरों से आपूर्ति बहाल हो गई थी। इससे दो दिनों तक बिजली संकट झेल रहे लोगों को काफी राहत मिली। एक्सईएन एके सिंह ने कहा कि हड़ताल वापस ले ली गई है। अधिकारी-कर्मचारी ईमानदारी के साथ ड्यूटी पर डटे हैं। लोगों को बिजली की समस्या से नहीं जूझना होगा।

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