लोकतंत्र का महापर्व है निर्वाचन, दायित्वों का रखें ध्यान

जागरण संवाददाता चंदौली मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया रविवार को तीसरे दिन भी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 10:03 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 10:03 PM (IST)
लोकतंत्र का महापर्व है निर्वाचन, दायित्वों का रखें ध्यान
लोकतंत्र का महापर्व है निर्वाचन, दायित्वों का रखें ध्यान

जागरण संवाददाता, चंदौली : मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया रविवार को तीसरे दिन भी मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी में जारी रही। इस दौरान कार्मिकों को चुनाव की प्रक्रिया से अवगत कराया गया। साथ ही प्रशिक्षण में बताई बातों पर अमल करने के निर्देश दिया गया। उन्हें निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराने की हिदायत दी गई। प्रशिक्षण के दौरान दोनों पालियों में 85 कार्मिक अनुपस्थित मिले।

मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण ने कहा, निर्वाचन लोकतंत्र का महापर्व होता है। इसे निष्पक्ष, शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना कार्मिकों और प्रशासन की जिम्मेदारी है। कार्मिकों को प्रशिक्षण के दौरान सभी आवश्यक बातें बताई जा रही हैं। इसका ध्यान रखेंगे तो मतदान के दौरान परेशान नहीं होना पड़ेगा। आयोग की ओर से मिली निर्देशिका का सही ढंग से अध्ययन कर लें। इसमें समस्त जानकारी दी गई है। बूथों पर रवानगी से पूर्व मतदान सामग्री का सही ढंग से मिलान कर लें। यदि कोई सामग्री छूट गई तो परेशानी हो सकती है। बोले, मतदान कार्मिकों को समय से बूथों तक पहुंचाने के लिए रूट चार्ट तैयार किया गया है। पीठासीन अधिकारी किसी भी दशा में वाहन को गलत रूट पर न ले जाएं। उन्होंने मतदाता सूची, सुभेदक सील, स्टांप पैड, अमित स्याही, अभ्यर्थियों की सूची, रबर सील, मतपेटी, मतपत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा, पीठासीन अधिकारी दल के सभी सदस्यों के साथ मतदान के दिन की जाने वाली कार्रवाई के बारे में अवश्य चर्चा कर लें। उन्हें दायित्वों व जिम्मेदारियों से अवगत कराएं। मतदान केंद्र के 200 मीटर के दायरे में प्रत्याशियों के बैनर, पोस्टर नहीं होने चाहिए। यदि कहीं मौजूद मिले तो इसे तत्काल हटवाना सुनिश्चित करें। किसी प्रकार की समस्या अथवा शंका होने पर एक बार सेक्टर मजिस्ट्रेट से वार्ता जरूर कर लें। मतदाता के बूथ में प्रवेश करने के दौरान ही उनका नाम, वार्ड आदि के बारे में जानकारी कर लें। यदि अभिकर्ताओं की ओर से कोई आपत्ति नहीं की जाती है तो उसके नाम के नीचे रेखांकित करेंगे। मतदान के बाद मतदाता की अंगुली पर अमिट स्याही जरूर लगाएं। मतदाता की पहचान के लिए उसके पास निर्वाचन पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविग लाइसेंस, पैन कार्ड, आधार कार्ड अथवा आयोग की ओर से सुझाए गए 15 में से कोई एक पहचान पत्र होना जरूरी है। आज दो पालियों में 1576 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान 85 कार्मिक अनुपस्थित रहे। उन्हें 12 अप्रैल को प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए बुलाया गया है। एडीएम अतुल कुमार, डीसी एनआरएलएम एमपी चौबे, बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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