दिव्यांग नवदंपती को गृहस्थी चलाने के लिए मिलेंगे 35 हजार

जागरण संवाददाता चंदौली कोरोना महामारी के दौर में दिव्यांग युवक व युवतियों के लिए अच्छी ख

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 04:35 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 04:35 PM (IST)
दिव्यांग नवदंपती को गृहस्थी चलाने के लिए मिलेंगे 35 हजार
दिव्यांग नवदंपती को गृहस्थी चलाने के लिए मिलेंगे 35 हजार

जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना महामारी के दौर में दिव्यांग युवक व युवतियों के लिए अच्छी खबर है। विवाह करने पर उन्हें गृहस्थी चलाने के लिए 35 हजार रुपये एकमुश्त मिलेंगे। इस धनराशि से उन्हें घर बसाने में सहूलियत होगी। शासन ने सूबे के सभी जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारियों को निर्देश दिया है। इसके लिए इच्छुक लोगों को दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन करना होगा। इसके साथ चिकित्सा प्रमाणपत्र, विवाह का कार्ड, आधार आदि लगाना होगा। विभाग की ओर से आवेदन का सत्यापन कराया जाएगा। इसके बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। शासन स्तर से लाभार्थियों के खाते में पीएफएमएस के जरिए सीधे धनराशि भेजी जाएगी।

दरअसल, दिव्यांग युवक, युवतियां जिदगी बसाने से पूर्व कई बार सोचते हैं। उनके सामने आर्थिक समस्या भी मुंह बाए खड़ी रहती है। लिहाजा, चाहकर भी सात फेरे लेने से पूर्व घबराते हैं। इन दुश्वारियों के बीच शासन का प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का निर्णय संजीवनी प्रदान करने जैसा होगा। पहले यह राशि 20 हजार रुपये थी। विभाग के मुताबिक नए कायदों में दो तरह की स्थिति होने पर पात्रों को लाभान्वित करने का प्रविधान किया है। यदि दूल्हा और दुल्हन दोनों दिव्यांग हैं तो उन्हें क्रमश: 15 व 20 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा यदि वे पेंशन योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं तो आनलाइन आवेदन कर इसके भी हकदार होंगे। दिव्यांगजन को मिलेंगे सहायक उपकरण

दिव्यांगजन को सहायक उपकरण मसलन ट्राई साइकिल, कान की मशीन, बैशाखी, ब्रेलकिट, ह्वीलचेयर, कुष्ठ किट का वितरण किया जाएगा। इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं। इच्छुक अभ्यर्थियों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आधारकार्ड व दो फोटो (जिसमें दिव्यांगता प्रदर्शित हो) फार्म के साथ संलग्न कर आवेदन करना होगा।

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शासन ने यह नई व्यवस्था दी है। इससे संबंधित दिव्यांगजन योजना का लाभ ले सकते हैं। सभी दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद शासन स्तर से मंजूरी मिलनी है।

राजबहादुर सिंह, दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी

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