व्यासनगर में बनेगा आठ किमी लंबा फ्लाई ओवर

जागरण संवाददाता पीडीडीयू नगर(चंदौली) डीएफसीसी लखनऊ-वाराणसी-इलाहाबाद रूट को जोड़ने

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 07:05 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 07:05 PM (IST)
व्यासनगर में बनेगा आठ किमी लंबा फ्लाई ओवर
व्यासनगर में बनेगा आठ किमी लंबा फ्लाई ओवर

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर(चंदौली) : डीएफसीसी लखनऊ-वाराणसी-इलाहाबाद रूट को जोड़ने वाले व्यासनगर स्टेशन में आठ किलोमीटर लंबा फ्लाई ओवर बनाएगी। पुल से लखनऊ रूट से माल गाड़ियों का परिचालन और भी सुगम होगा। डीएफसीसी निर्माण के लिए पांच सौ करोड़ रुपये खर्च करेगी। हावड़ा की तरफ से डीएफसीसी की लाइन से मालगाड़ियां गुजर जाएंगी। अभी तक व्यासनगर स्टेशन से होकर लखनऊ-वाराणसी की मालगाड़ी गुजरती थी। ऐसे में दोनों रूट पर ट्रेनों के आने से विलंब होता था। अब लखनऊ बी फ्लाई ओवर से समय की बचत होगी। साथ ही व्यापारियों व यात्रियों की परेशानी भी दूर हो जाएगी।

पूर्व मध्य रेलवे के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से लगभग दो किलोमीटर दूर व्यासनगर स्टेशन उत्तर रेलवे का हिस्सा है। रेल प्रशासन इस रूट को काफी व्यस्त मानता है। इस स्टेशन से लखनऊ-वाराणसी-पीडीडीयू जंक्शन-इलाहाबाद रूट की यात्री ट्रेनों के साथ मालगाड़ियां गुजरती हैं। एक साथ अगर तीन रूट की गाड़ियां स्टेशन पर पहुंचती हैं तो अपनी पारी का ट्रेनों को आधे से एक घंटे तक का इंतजार करना पड़ता है। लखनऊ बी रूट फ्लाई ओवर निर्माण के बाद इस समस्या का समाधान हो जाएगा। -------------------------

तीसरी लाइन से जुड़ेगा फ्लाई ओवर

व्यासनगर स्टेशन से आठ किलोमीटर लंबे फ्लाई ओवर से काफी राहत मिलेगी। यह फ्लाई ओवार व्यासनगर से उठकर सीधे डीएफसीसी से जुड़ेगा। हावड़ा की तरफ से आने वाली डीएफसीसी लाइन से मालगाड़ियां पास हो जाएंगी। इलाहाबाद रूट की मालगाड़ियां तीसरी लाइन से गुजर जाती हैं। पुल बनने से व्यासनगर स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव भी कम हो जाएगा। -----------------------

प्वाइंटर

- 500 करोड़ रुपये होगा खर्च

- 8.262 किलोमीटर लंबा होगा पुल

- 3 महीने में होगी निविदा

- 3 साल में पूरा होगा काम

- पीडीडीयू मंडल से उत्तर मध्य रेलवे की तरफ से जाती हैं 30 से 35 गाड़ियां

- पीडीडीयू मंडल से उत्तर रेलवे की तरफ जाती हैं 22 से 30 गाड़ियां ----------------------

वर्जन..

लखनऊ बी फ्लाई ओवर पांच करोड़ की परियोजना है। इसके निविदा की प्रक्रिया की जा रही है। तीन साल में कार्य पूरा हो जाएगा। फ्रेट कारिडोर का महत्वपूर्ण हिस्सा रहेगा।

अजीत मिश्रा, महाप्रबंधक, डीएफसीसी आइएल पूर्वी कारिडोर

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