मिनी सचिवालयों में बनेगी गांवों के विकास की रूपरेखा, पंचायत भवन होंगे अपडेट
जागरण संवाददाता चंदौली उपचुनाव के बाद अवशेष ग्राम पंचायतों के गठन का रास्ता भी अब साफ हो गया है। ऐसे में विकास को लेकर शासन गंभीर है। मिनी सचिवालयों में ही गांवों के विकास की रूपरेखा बनेगी। इसके लिए गांवों में दो दशक पहले बनाए गए पंचायत भवन अब अपडेट किए जाएंगे। यहां पंचायत के समस्त अभिलेखों के रखरखाव के साथ ही कंप्यूटर भी लगाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, चंदौली : उपचुनाव के बाद अवशेष ग्राम पंचायतों के गठन का रास्ता भी अब साफ हो गया है। ऐसे में विकास को लेकर शासन गंभीर है। मिनी सचिवालयों में ही गांवों के विकास की रूपरेखा बनेगी। इसके लिए गांवों में दो दशक पहले बनाए गए पंचायत भवन अब अपडेट किए जाएंगे। यहां पंचायत के समस्त अभिलेखों के रखरखाव के साथ ही कंप्यूटर भी लगाया जाएगा। ग्राम पंचायतों का कामकाज सुचारू रूप से संचालित करने के उद्देश्य से गांवों में पंचायत भवनों का निर्माण दो दशक पहले ही कराया गया था। उनमें कामकाज व मरम्मत न होने से उनकी हालत जीर्णशीर्ण हो चुकी है। शासन ने पंचायत भवनों को अपडेट कर मिनी सचिवालय का रूप देने का निर्देश दिया है। जिन गांवों में पंचायत भवन नहीं, वहां नए बनवाए जा रहे हैं। इसके लिए ग्राम पंचायतों की निधि से 12 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। वहीं जिन ग्राम पंचायतों में पहले पंचायत भवन बनवाए गए थे, उन्हें अब अपडेट किया जा रहा। इनकी मरम्मत, रंगरोगन के साथ ही अन्य संसाधन विकसित किए जा रहे हैं। मिनी सचिवालयों में ही ग्राम पंचायत सचिवों को बैठने का निर्देश है। इनमें गांव के सारे अभिलेख रहेंगे वहीं एक कक्ष में कंप्यूटर लगाया जाएगा। इंटरनेट कनेक्टीविटी की सुविधा भी दी जाएगी। ताकि कामकाज में किसी तरह की दिक्कत न होने पाए। ---------
'मिनी सचिवालयों के निर्माण की निगरानी की जा रही। गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। पंचायत सचिवों व ग्राम प्रधानों को समस्त अभिलेख यहीं रखने के निर्देश दिए गए हैं। मिनी सचिवालयों में ही ग्राम पंचायतों की बैठकें भी होंगी।
ब्रह्मचारी दुबे, डीपीआरओ