औषधीय पौधों की खेती पर विभाग देगा अनुदान

औषधीय पौधों की खेती पर विभाग देगा अनुदान मालामाल होंगे किसान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 09:44 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:08 AM (IST)
औषधीय पौधों की खेती पर विभाग देगा अनुदान
औषधीय पौधों की खेती पर विभाग देगा अनुदान

जागरण संवाददाता, चंदौली : औषधीय पौधों की खेती पर वन विभाग किसानों को अच्छा-खासा अनुदान देगा। कालमेघ, शतावरी, तुलसी, सर्पगंधा समेत अन्य पौधों की खेती पर किसानों को 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर तक अनुदान मिलेगा। नमामि गंगे योजना के तहत चयनित किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। किसानों को पौधारोपण के लिए खुद गड्ढों की खोदाई आदि का काम कराना होगा। पीएमएफएस के जरिए खाते में अनुदान राशि भेजी जाएगी।

वच पर प्रति हेक्टेयर 9075, कालमेघ पर 3630, शतावरी पर 9075, तुलसी पर 4356, सर्पगंधा पर 15 हजार 125, ब्राह्माी 5808, खस घास 10 हजार, पामारोजा 4860, लेमन ग्रास की खेती पर 4860 रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान मिलेगा। गंगा किनारे के चार दर्जन गांवों को नमामि गंगे परियोजना में शामिल किया गया है। वन विभाग की ओर से इन गांवों में औषधीय पौधों की खेती के लिए कवायद की जा रही है। किसान खेतों की मेड़ों पर औषधीय पौधे लगा सकते हैं। गड्ढों की खोदाई का कार्य किसानों को ही करना होगा। अनुदान राशि के साथ ही गड्ढे की खोदाई का खर्च किसानों के खाते में भेजा जाएगा। प्रभागीय वनाधिकारी महावीर कौजलगी ने बताया कि गड्ढों की औषधीय पौधों की खेती पर किसानों को अनुदान दिया जाएगा। अनुदान राशि सीधे किसानों के खाते में भेजी जाएगी।

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