तहसील प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन, सीएम से जांच की मांग

सकलडीहा (चंदौली) तहसील के एसडीएम तहसीलदार और नायब तहसीलदार की रवैया को लेकर अधिवक्ताओं ने मंगलवार को प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 08:06 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 08:06 PM (IST)
तहसील प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन, सीएम से जांच की मांग
तहसील प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन, सीएम से जांच की मांग

जागरण संवाददाता, सकलडीहा (चंदौली) : तहसील के एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार की रवैया को लेकर अधिवक्ताओं ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार है। इसकी जांच की जाए। जिला प्रशासन द्वारा मामले का पटाक्षेप नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। संयुक्त बार के अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि तहसील प्रशासन के रवैया के कारण आम जन 15 दिन से परेशान है। भूमि विवादों का निस्तारण तो दूर न्यायालयों के लंबित मामलों के निस्तारण में रुचि नहीं दिखाई जा रही है। बार अध्यक्ष राजकुमार सिंह और महामंत्री अजय रंजन ने आरोप लगाया कि अधिकारियों द्वारा आम जनता से अपशब्दों के साथ व्यवहार किया जाता है। अधिवक्ता आम जनता को न्याय दिलाने के लिए आता है लेकिन अधिवक्ताओं की अधिकारी बात सुनना तो दूर अपमान किया जाता है। पूर्व अध्यक्ष शिवकुमार सिंह और पूर्व महामंत्री नितिन तिवारी ने आरोप लगाया कि अधिकारी गोल गिरोह बनाकर अधिवक्ताओं के खिलाफ कर्मचारियों को खड़ा करने की साजिश कर रहे हैं। एससी एसटी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है। ऐसे में आम जनता का हित तो दूर बार और बेंच का सामंजस्य पूर्ण रूप से खत्म हो गया है। सुरेंद्र कांत मिश्रा, राजगोपाल सिंह, जगदीश, शिवाजी, जयप्रकाश ओझा, जशवंत सिंह , सुरेश सिंह यादव उमाशंकर, सुभाष सिंह, विजय प्रताप सिंह, अभय मौर्या आदि थे।

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