डीएम से आर्थिक सहायता की गुहार
गर पंचायत में ठेला खोमचा व अन्य मजदूरी कार्य करके जीविकोपार्जन करने वाले अधिकांश मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा घोषित सहायता राशि नहीं मिल पाई। तीन माह तक एक-एक हजार रुपये उनके खाते में देने की योजना कारगर नहीं हो पाई है।
जासं, चकिया (चंदौली) : नगर पंचायत में ठेला, खोमचा व अन्य मजदूरी कार्य करके जीविकोपार्जन करने वाले अधिकांश मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा घोषित सहायता राशि नहीं मिल पाई। तीन माह तक एक-एक हजार रुपये उनके खाते में देने की योजना कारगर नहीं हो पाई है।
नगर पंचायत में बनाई गयी सूची में 1187 दिहाड़ी मजदूरों के नाम जिलाधिकारी कार्यालय को भेजे गये थे। इसमें मात्र 182 मजदूरों को एक माह ही सहायता राशि मिली है। कई लोगों के आधार कार्ड व खाते में त्रुटि होने के कारण धन नहीं मिल सका। इससे दिहाड़ी मजदूरों में नाराजगी है। नगर पंचायत के सभासदों ने बैठक कर जिलाधिकारी से दिहाड़ी मजदूरों को सूची के अनुसार आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की। सभासद मीना विश्वकर्मा, गीता सोनकर, मनोज कुमार, राजेश चौहान, संदीप मौर्या, राजकुमार सिंह, वैभव मिश्रा, उर्मिला गुप्ता, अनिल केशरी आदि मौजूद थे।