अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक दशानन का जला पुतला, चहुंओर उल्लास

जागरण संवाददाता चंदौली विजयदशमी पर्व पर रविवार को जिले में अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 06:43 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 06:43 PM (IST)
अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक दशानन का जला पुतला, चहुंओर उल्लास
अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक दशानन का जला पुतला, चहुंओर उल्लास

जागरण संवाददाता, चंदौली : विजयदशमी पर्व पर रविवार को जिले में अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक दशानन का पुतला दहन किया गया। हालांकि कोविड 19 की गाइडलाइन के अनुपालन को लेकर कई स्थानों पर पुतला दहन का कार्यक्रम नहीं आयोजित किया गया। नगर से लेकर गांव तक दशहरा की धूम रही। वहीं दुर्गा पूजा पंडालों में भी श्रद्धालुओं ने मां का दर्शन पूजन किया। बरहनी के ककरैत में अधर्म के प्रतीक 21 फीट रावण के पुतले का दहन कर विजय पर्व धूमधाम से मनाया गया। पुतला दहन देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।

भगवान श्रीराम द्वारा रावण का वध करते ही चहुंओर हर्ष और उल्लास का वातावरण छा गया। पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वहीं शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर घर-घर कन्याओं का पूजन किया गया। पीडीडीयू नगर, चकिया में कोरोना संक्रमण के कारण परंपरा का निर्वहन नहीं किया गया। वहीं सकलडीहा के दुर्गापुर गांव में 15 फीट के रावण का पुतला दहन किया गया। एक तरफ पुतले में लगे पटाखे बज रहे थे तो दूसरी तरफ उपस्थित भीड़ पटाखे फोड़ने में लगी रही। राजन, मृत्युंजय , रोशन खरवार, प्रमोद सिंह, राहुल खरवार आदि युवक उपस्थित थे। चकिया प्रतिनिधि के अनुसार नगर के कालीजी पोखरा व नौगढ़ कस्बे में दशानन व मेघनाथ का पुतला नहीं जलाया गया। वहीं चहनियां श्रीराम लीला समिति की ओर से रावण वध का मंचन किया गया। श्रीराम व रावण का युद्ध देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही।

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