खेतों में अवशेष जलाने पर पर्यावरण को खतरा: उपनिदेशक

कस्बा स्थित कृषि उपसंभाग केन्द्र में गुरूवार को कृषि सूचना तंत्र के सु²ढ़ीकरण के तहत रबी किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों को उत्पादन बढ़ाने व कृषि यंत्रों पर मिलने वाले अनुदान के बारे में जानकारी दी गयी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 10:00 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 11:47 PM (IST)
खेतों में अवशेष जलाने पर पर्यावरण को खतरा: उपनिदेशक
खेतों में अवशेष जलाने पर पर्यावरण को खतरा: उपनिदेशक

जासं,सकलडीहा(चंदौली) : कस्बा स्थित कृषि उपसंभाग केन्द्र में गुरुवार को कृषि सूचना तंत्र के सु²ढ़ीकरण के तहत रबी किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों को उत्पादन बढ़ाने व कृषि यंत्रों पर मिलने वाले अनुदान के बारे में जानकारी दी गयी। खेतों में कटाई के बाद अवशेषों को जलाने पर टास्क टीम ने पांच हजार का जुर्माना व कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

किसान गोष्ठी को सम्बोधित करते कृषि उपनिदेशक विजय ¨सह ने कहा कि सरकार किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिये हर संभव सहयोग देने का प्रयास कर रही है। इसके तहत समग्र गांवों के किसानों को मसूर का मिनी किट निश्शुल्क दिया जा रहा है। इसलिये किसानों को अपनी खेती का उत्पादन बढ़ाने के लिये योजनाओं की पर्याप्त जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि खेतों में पराली जलाने से उसकी उर्वरा नष्ट हो रही है। इससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है।

एसडीएम, सीओ व कृषि विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में गठित टास्क टीम पराली जलाने की सूचना मिलने पर किसानों को नोटिस के साथ पांच हजार का जुर्माना भी लगाएगी। अंत में बढ़वल और डिघवट समग्र गांव के सात-सात किसानों को मसूर का किट प्रदान किया गया। इस मौके पर जिला कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल, कृषि उद्यान वैज्ञानिक पीएन ¨सह, पशुचिकित्साधिकारी डा. अर¨वद वैश्य, कृषि उप संभाग प्रभारी शिवशंकर ¨सह, विनोद ¨सह, केशव कुमार, देवेन्द्रदत्त पांडेय व संजय ¨सह सहित अन्य उपस्थित थे।

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