आधी आबादी की ताकत से हारेगा कोरोना, महिलाएं बना रहीं सूती मास्क
कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में आधी आबादी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। रेलवे महिला कल्याण संगठन की सराहनीय पहल सामने आई है। समिति से जुड़ी एक दर्जन से अधिक महिलाएं सूती मास्क बनाने में काम में शिद्दत से जुट गईं हैं।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में आधी आबादी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। रेलवे महिला कल्याण संगठन ने अच्छी पहल की है। समिति से जुड़ी एक दर्जन से अधिक महिलाएं सूती मास्क बनाने में काम में शिद्दत से जुट गईं हैं। शनिवार को अध्यक्ष कली सक्सेना ने डीआरएम पंकज सक्सेना को स्वनिर्मित मास्कों की पहली खेप सौंपी। डीआरएम ने संगठन के इस कार्य की सराहना की। कोरोना वायरस पर प्रभावी नियंत्रण को रेल महकमा तमाम जतन कर रहा है। संक्रमण को कम करने को कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं। जबकि अप्रिय स्थिति से निबटने को आइसोलेशन और क्वारंटाइन वार्ड बनाए गए हैं। सरकार की ओर से भी रोज नए दिशा-निर्देश जारी हो रहे हैं। सावधानी और सुरक्षा ही लोगों को वायरस से बचाया जा सकता है। बहरहाल मास्क और सैनिटाइजर की भारी किल्लत के बीच रेल महिला कल्याण समिति की सराहनीय पहल सामने आई है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल महिला कल्याण संगठन से जुड़ी महिलाओं ने सूती मास्क बनाने का काम युद्धस्तर पर शुरू किया है। महिलाएं बड़ी मात्रा में मास्क बनाने का काम करने जा रही हैं। स्वनिर्मित मास्क को रेल कर्मियों, उनके परिजनों व यात्रियों में वितरित कराया जाएगा। इस पहल से रेल महकमे को काफी मदद मिलेगी।
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खतरनाक वायरस से पूरे देश में जो माहौल बना है उससे सावधानी व सुरक्षा से ही बचा जा सकता है। सभी को जागरूक होना होगा। मास्क की किल्लत को देखते हुए संगठन की महिलाओं ने खुद मास्क बनाने का निर्णय लिया है।
- कली सक्सेना, अध्यक्ष महिला कल्याण संगठन पीडीडीयू नगर।