सर्वे कराकर फसल का दिया जाए मुआवजा
विकास खंड में अलग अलग स्थानों पर रविवार को किसानों की बैठक हुई । जिसमें किसानों की ज्वलंत समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया ।तथा बेमौसमी बारिश से बर्बाद हुई किसानों की फसल को सर्वे करा मुआवजा दिलाए जाने की मांग किया गया ।
जासं, बरहनी (चंदौली) : विकास खंड में अलग -अलग स्थानों पर रविवार को किसानों की बैठक हुई। ज्वलंत समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई किसानों की फसल का सर्वे करा मुआवजा दिलाने की मांग की।
क्षेत्र के लासपुर मोड़ स्थित किसानों की बैठक हुई। बोले बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। किसानों की गाढ़ी कमाई धान की फसल खेतों डूब गई है। पानी निकलने की कोई उम्मीद नही है। किसान खून की आंसू रोने को विवश हैं। अरविद कुमार बिद, देवेन्द्र यादव, अनिल यादव, विध्याचल यादव, इनुस अंसारी, संजय आदि उपस्थित थे। मुड्डा गांव के हनुमान मंदिर परिसर में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा बेमौसम बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। धान की फसल अच्छी थे इसे लेकर किसान तरह तरह के सपने संजोये थे लेकिन उनका सपना चकनाचूर हो गया। डा. कृष्णकांत तिवारी, राजमोहन तिवारी, वकील यादव, विनोद यादव, अशोक तिवारी उपस्थित थे। चिरंईगांव राधाकृष्ण मंदिर परिसर में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा बेमौसम बारिश ने किसानों बड़ा जख्म दिया है। शासन प्रशासन के लोग इसे गंभीरता से लें किसानों को मुआवजे की व्यवस्था करें। सुमंत सिंह अन्ना, शिवबच्चन सिंह, मृत्युंजय सिंह, अंगद यादव आदि उपस्थित थे। प्रगतिशील इंटर कालेज अमड़ा में किसान युवा विकास मंच की बैठक हुई। वक्ताओं ने कहा प्रदेश में चंदौली जिला धान उत्पादन में विशिष्ट मना जाता है। एक लाख 12 हेक्टेयर में धान की खेती की जाती है। 90 प्रतिशत कटाई हार्वेस्टर मशीन से होती है। फसलों का विभिन्न बैंकों के माध्यम से प्रधानमंत्री कृषक बीमा योजना के तहत बीमा भी कराया गया है। 70 प्रतिशत फसल खेतों खड़ी थी, बारिश से सब बर्बाद हो गई। अरुण सिंह, चंदन सिंह, पवन सिंह, इंदल सिंह, नागेंन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।