आनलाइन आवेदन पर आटो को सीएनजी का परमिट, संभागीय परिवहन प्राधिकरण ने शुरू किया पोर्टल

नामित एजेंसी आटो रिक्शा में रेट्रो फिटमेंट किट लगाएगी। इसके लिए वाहन स्वामियों को ग्रीन सेवा सीएनजी पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करना होगा। विभाग सीएनजी आटो के लिए परमिट जारी करेगा। इसके बाद वाहन स्वामी किट लगवा सकेंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 08:33 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 08:33 PM (IST)
आनलाइन आवेदन पर आटो को सीएनजी का परमिट, संभागीय परिवहन प्राधिकरण ने शुरू किया पोर्टल
वाहन स्वामियों को ग्रीन सेवा सीएनजी पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करना होगा।

चंदौली, जागरण संवाददाता। पेट्रोल व एलपीजी से संचालित प्रदूषण फैलाने वाले आटो रिक्शा से जल्द ही निजात मिलेगी। आटो सीएनजी में बदले जाएंगे। संभागीय परिवहन विभाग की ओर से नामित एजेंसी आटो रिक्शा में रेट्रो फिटमेंट किट लगाएगी। इसके लिए वाहन स्वामियों को ग्रीन सेवा सीएनजी पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करना होगा। विभाग सीएनजी आटो के लिए परमिट जारी करेगा। इसके बाद वाहन स्वामी किट लगवा सकेंगे।

एलपीजी और पेट्रोल आटो सड़कों पर फर्राटा भर रहे है। इससे प्रदूषण की मात्रा बढ़ती जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्राणवायु की कमी से लोगों को जान गंवानी पड़ी। ऐसे में प्रदूषण को कम करने की कवायद की जा रही है। इसी क्रम में एलपीजी और पेट्रोल आटो को सीएनजी में बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा करने के लिए ग्रीन सेवा सीएनजी पोर्टल लांच किया गया है। वाहन स्वामी इस पर आवेदन करेंगे। विभाग की ओर से नामित एजेंसियां उक्त आटो में किट लगाकर पेट्रोल व एलपीजी से सीएनजी में बदलेंगी। इससे प्रदूषण नहीं होगा।

800 से अधिक आटो फैला रहे प्रदूषण : जिले में लगभग 800 आटो रिक्शा हैं। इसमें अधिकांश पेट्रोल से चलते हैं। गिने-चुने आटो एलपीजी से चलते हैं। पेट्रोल और एलपीजी से चलने वाले आटो रिक्शा प्रदूषण फैला रहे हैं। इससे आबोहवा खराब हो रही है। सर्दी के मौसम में प्रदूषण का संकट और गहराएगा।

बन रहे सीएनजी फीलिंग स्टेशन : जिले में सीएनजी भरवाने के लिए आटो चालकों को भटकना नहीं होगा। इसके लिए पड़ाव समेत अन्य स्थानों पर सीएनजी गैस फीलिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। पड़ाव पर सीएनजी स्टेशन शुरू भी हो गया है। इससे आटो चालकों को राहत मिलेगी।

बोले अधिकारी : 'पेट्रोल और एलपीजी आटो सीएनजी में बदले जाएंगेे। वाहनों में किट लगवाना होगा। इसके लिए एजेंसी नामित की जाएंगी। पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कवायद की जा रही है। - डाक्टर दिलीप गुप्ता, एआरटीओ। 

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